Latest Premchand News in Hindi | Premchand Live Updates in Hindi | Premchand Articles, Photos & Videos at Lokmat News Hindi (लोकमत न्यूज हिन्दी)

लाइव न्यूज़ :

AllNewsPhotosVideos
प्रेमचंद

प्रेमचंद

Premchand, Latest Hindi News

31 जुलाई 1880 को काशी में जन्मे प्रेमचंद को हिन्दी का सबसे बड़ा कथाकार माना जाता है। गोदान, गबन, प्रेमसदन और निर्मला उनके प्रमुख उपन्यास हैं। प्रेमचंद ने करीब 300 कहानियाँ लिखीं जिनमें से दर्जनों कहानियाँ विश्व कथा साहित्य की श्रेष्ठ रचनाओं में शुमार की जाती हैं। प्रेमचंद का आठ अक्टूबर 1936 को निधन हो गया।
Read More
ब्लॉग: प्रेमचंद ने जब लिखी थी अमर कहानी ‘कफन’ - Hindi News | modern Hindustani literature writer premchand when write story kafan | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :ब्लॉग: प्रेमचंद ने जब लिखी थी अमर कहानी ‘कफन’

दिल्ली की जामिया पहुंचने से पहले मुंशी प्रेमचंद सेवासदन’ (1918), ‘रंगभूमि’ (1925), ‘कायाकल्प,’ (1926), ‘निर्मला’ (1927), ‘गबन’ (1931), ‘कर्मभूमि’ (1932) और अनेक कहानियां और उपन्यास लिख चुके थे। ...

आठ अक्टूबर का इतिहास: आज ही के दिन कलम के जादूगर प्रेमचंद और इंदिरा गांधी के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंकने वाले जयप्रकाश नारायण का हुआ था निधन - Hindi News | 8 october history death anniversary of premchand important events recorded on this date | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :आठ अक्टूबर का इतिहास: आज ही के दिन कलम के जादूगर प्रेमचंद और इंदिरा गांधी के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंकने वाले जयप्रकाश नारायण का हुआ था निधन

साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नींव रखने वाले प्रेमचंद का लेखन हिन्दी साहित्य की एक ऐसी विरासत है, जो हिन्दी के विकास की यात्रा को संपूर्णता प्रदान करती है। ...

मुंशी प्रेमचंद के पुण्यतिथि पर पढ़ें, उनके ये अनमोल वचन - Hindi News | Munshi Premchand famous quotes in hindi image read these precious words on his death anniversary | Latest india Photos at Lokmatnews.in

भारत :मुंशी प्रेमचंद के पुण्यतिथि पर पढ़ें, उनके ये अनमोल वचन

Independence Day: प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी की वो कहानी जिसके बारे में 'कथा सम्राट' को भी बाद में पता चला - Hindi News | Premchand was unaware of how her wife was playing an active role in the freedom struggle, know about Shivrani Devi | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :Independence Day: प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी की वो कहानी जिसके बारे में 'कथा सम्राट' को भी बाद में पता चला

आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाली कई महिलाओं का जिक्र इतिहास के पन्नों में नहीं है। ऐसा ही एक नाम शिवरानी देवी है। प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी 2 महीने जेल में भी रही। ...

रंगनाथ सिंह का ब्लॉग: पाँच किलो अनाज और शहरी बुद्धिजीवी समाज - Hindi News | rangnath singh blog on free ration and urban intellectual's responce | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :रंगनाथ सिंह का ब्लॉग: पाँच किलो अनाज और शहरी बुद्धिजीवी समाज

कोरोना काल में केंद्र सरकार ने गरीबों को मुफ्त अनाज देने की शुरुआत की। एक बड़ी शहरी आबादी इस योजना का उपहास की दृष्टि से देखती है। इस विषय पर पढ़ें रंगनाथ सिंह का ब्लॉग। ...

युवा हिन्दी लेखक प्रेमचंद से सीख सकते हैं ये तीन बातें - Hindi News | premchand birth anniversary premchand hindi writings and its lession | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :युवा हिन्दी लेखक प्रेमचंद से सीख सकते हैं ये तीन बातें

प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के लमही गाँव में हुआ था। एक दर्जन से ज्यादा उपन्यास और तीन सौ से ज्यादा कहानियाँ लिखने वाले प्रेमचंद को कथा सम्राट माना जाता है। प्रेमचंद का निधन अक्टूबर 1936 में हुआ। आज प्रेमचंद जयंती पर रंगनाथ सिंह बता रहे ...

ब्लॉग: देश और राजनीति के आगे चलने वाली मशाल थे प्रेमचंद - Hindi News | Premchand Jayanti Hindi writer who was torch to go ahead of country and politics | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :ब्लॉग: देश और राजनीति के आगे चलने वाली मशाल थे प्रेमचंद

कथा सम्राट प्रेमचंद की रचनाएं आज भी प्रासंगिक हैं. वे फीके और कमजोर नहीं पड़े बल्कि समय के साथ और भी ताकतवर होकर उभरे हैं. ...

Premchand Jayanti 2021: कथा सम्राट प्रेमचंद की जयंती पर पढ़िए उनके 10 अनमोल वचन - Hindi News | Premchand Jayanti 10 special quotes, Hindi Urdu novelist and his photos | Latest india News at Lokmatnews.in

भारत :Premchand Jayanti 2021: कथा सम्राट प्रेमचंद की जयंती पर पढ़िए उनके 10 अनमोल वचन

Prenchand 141th Jayanti 2021: देश की आजादी से पहले प्रेमचंद शिक्षा विभाग में डिप्टी इंस्पेक्टर थे। उन्होंने हालांकि 1921 में सरकारी नौकरी छोड़ दी और लेखन और प्रकाशन को पेशा बना लिया। ...