उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। हिंदू धर्म के मुताबिक प्रयागराज एक तीर्थ स्थल है। प्रयागराज से पहले इसका नाम इलाहाबाद था। ऐतिहासिक उल्लेख की बात करें तो इस शहर का इलाहाबाद नाम अकबर ने 1583 में दिया था। साल 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने का ऐलान कर दिया है।दरअसल, गोमुख से इलाहाबाद तक जहां कहीं भी कोई सहायक नदी गंगा से मिलती है उस स्थान को प्रयाग कहा गया है, जैसे- देवप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग आदि। इस तरह जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है उसे प्रयागराज कहा जाएगा। इसे संगम नगरी, कुंभ नगरी और तीर्थराज भी कहा गया है। Read More
ब्रिटिशकाल में सन 1865 के आसपास संगम नगरी में बने सबसे पुराने 'ग्रेट नॉर्दर्न' होटल और बाद में नगर निगम कार्यालय में तब्दील इस 150 वर्ष से अधिक पुराने भवन का 27 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। ...
गृह मंत्री ने कहा कि भले ही पहले के नाम में औपनिवेशिक विरासत थी, श्री विजय पुरम भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हासिल की गई जीत और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की इसमें अद्वितीय भूमिका का प्रतीक है। ...
Allahabad High Court: अदालत ने गोरखपुर के कैथोलिक डायोसिस द्वारा दायर दूसरी अपील खारिज करते हुए कहा, “10 लाख रुपये हर्जाने के साथ यह दूसरी अपील खारिज की जाती है और अपीलकर्ता एवं राज्य सरकार द्वारा इस हर्जाने की रकम को समान रूप से वहन किया जाएगा।” ...
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टक्कर से सिलेंडर करीब 50 मीटर दूर जा गिरा। बताया जा रहा है कि सिलेंडर कानपुर-कासगंज मार्ग पर बर्राजपुर और बिल्हौर स्टेशनों के बीच मुंडेरी गांव के क्रॉसिंग के पास रखा गया था। ट्रेन लगभग 20 मिनट तक रुकी रही और रेलवे अधिकारियों को ...