पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देकर सम्मानित किया गया है। प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी के साथ पांच दशक लंबी राजनीतिक पारी खेली है। इस दौरान वो अलग-अलग पदों पर रहे। 2012 में भारत का राष्ट्रपति बनने से पहले वो भारत के वित्त मंत्री थे। 2012 से 2017 के बीच भारत के राष्ट्रपति रहे। मुखर्जी को साल 1969 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राजनीति में लेकर आई थी और राज्यसभा के लिए चुना था। Read More
केंद्र में कांग्रेस सरकार के होते हुये भी राजधानी दिल्ली में उनकी समाधि के लिये भूमि का आवंटन से इंकार किया गया आज उसी गाँधी परिवार ने तेलंगाना कांग्रेस इकाई की इस बात को लेकर प्रशंसा की कि वह नरसिम्हा राव की जन्मशती मना रहे हैं। ...
22 जुलाई का दिन कई घटनाओं के लिए अहम है। आज ही के दिन भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी निर्वाचित किए गए थे। साथ ही आज का दिन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए भी बेहद खास है। ...
सोमवार रात (15 जून) पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़ी सैन्य झड़प के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और ...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुत्री शर्मिष्ठा ने कहा कि दिल्ली महिला कांग्रेस की करीब 50 अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया और मंदिर मार्ग पुलिस थाना ले जाया गया। ...
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि लोगों ने उन्हें संख्यात्मक बहुमत दिया होगा लेकिन अधिकतम मतदाताओं ने कभी किसी एक पार्टी को समर्थन नहीं दिया। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने पर अपना संदेह भी जताया। ...
साल 1952 में राज्यसभा के पहले सत्र में कुल 15 महिला (6.94%) सदस्य थीं जिनकी संख्या 2014 तक 31(12.76%) हो चुकी थी. फिलहाल सदन में कुल 26 (10.83%) महिला सदस्य ही शेष हैं. ...