भारतीय लोकतंत्र को सबसे निचले स्तर तक पहुँचाने की व्यवस्था पंचायती राज कही जाती है। इसके माध्यम से भारत के सभी गाँवों में लोकतांत्रिक ढंग से चुनाव कराये जाते हैं। भारत के सम्विधान में किये गये ७३वें संशोधन द्वारा पंचायती राज अमल में लाया गया। इस मकसद से भारत सरकार ने पंचायती राज मंत्रालय की स्थापना की है जिसके अंतर्गत सभी ग्राम सभाओं में चुनाव कराये जाते हैं। ग्राम पंचायतों को विकास के लिए बजट भी आवंटित किया जाता है। Read More
यूपी पंचायत चुनाव: यूपी में इस बार ग्राम प्रधानों के 880 पद कम हो गये हैं। ग्राम पंचायतों की संख्या कम होने के साथ ही ग्राम पंचायतों के वार्ड भी कम हो गये हैं। ...
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जनकल्याण के अनेक कानून भारत में होकर भी जम्मू-कश्मीर पर लागू नहीं होते थे। आज उस निर्णय पर मुहर लगी और अब जिला विकास परिषद के सीधे चुनाव होकर जनप्रतिनिधियों के हाथ में सत्ता आएगी। ...
प्रदेश में 30 सालों के आतंकवाद के इतिहास में एक हजार से अधिक राजनीतिज्ञों की हत्याएं आतंकी कर चुके हैं। इनमें से अधिकतर के पास सुरक्षा भी थी। फिर भी आतंकी उन्हें मारने में कामयाब रहे थे। ...
कश्मीर में दिसंबर-2018 में पंचायत चुनाव कराए गए थे। हालांकि, आतंकियों के धमकी के कारण कई सीटों पर चुनाव नहीं हो सके थे। वहीं, कई प्रतिनिधियों ने आतंकियों की धमकी के कारण त्यागपत्र दे दिया है। ...
मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ और दोपहर 12 बजे तक 38.81% वोट पड़े। मतदान शाम 5:30 बजे तक होगा उसके बाद वोटों की गिनती की जाएगी। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। ...
आदर्श आचार संहिता के दौरान मंत्री चुनाव से संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में दौरे पर रहे तो सरकारी वाहन का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। साथ ही निजी वाहन का प्रयोग करते समय भी उस पर सायरन आदि का प्रयोग नहीं करेंगे। ...