पंजाब में निकाय चुनावः किसान आंदोलन का असर, कांग्रेस को बड़ी सफलता, भाजपा और अकाली दल परेशान
By शीलेष शर्मा | Published: February 17, 2021 04:56 PM2021-02-17T16:56:26+5:302021-02-17T17:01:47+5:30
कांग्रेस ने पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव में सात में से छह नगर निगमों में जीत दर्ज की। सत्तारूढ़ कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा है।
नई दिल्लीः कृषि क़ानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का रंग पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव परिणामों में नज़र आने लगा है, जिससे भाजपा खासी परेशान है, लेकिन कांग्रेस इसे बड़ी सफलता के रूप में देख रही है।
पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने इन परिणामों पर टिप्पणी करते हुये कहा, "चुनाव परिणामों ने एक नया इतिहास लिख दिया है,स्थानीय निकाय के चुनाव परिणाम तो एक बानगी भर है, 53 सालों में पहली बार भटिंडा में कांग्रेस अपना मेयर बनायेगी। "
दरअसल किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने जो भूमिका निभाई यह परिणाम उसी की सफलता की ओर इशारा करते हैं। मोंगा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, पठानकोट, बाटला और भटिंडा में कांग्रेस ने बड़ी सफलता हासिल की है।
This is a tight slap on the face of BJP, SAD and AAP by people of Punjab for playing with the feelings of our Anndaatas. pic.twitter.com/mH81fNxyyH
— Punjab Congress (@INCPunjab) February 17, 2021
सूत्रों के अनुसार पंजाब के स्थानीय चुनाव में पार्टी को मिली भारी जीत से उत्साहित होकर कांग्रेस इसी रणनीति को हरियाणा और उत्तर प्रदेश में उतारने की तैयारी है। कांग्रेस इस बात को लेकर भी खुश है कि जहाँ उसने भाजपा को करारी शिकस्त दी, वहीं अकाली दल और आम आदमी पार्टी को भी किनारे लगाने में कामयाब हो सकी है।
पंजाब नगर निगम चुनाव में असाधारण जीत के लिए @INCPunjab, मुख्यमंत्री श्री @capt_amarinder जी समेत प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सभी सदस्यों को ढेरों शुभकामनाएँ।
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) February 17, 2021
ये नतीजे ‘बदलते वक्त’ के सूचक हैं, ये किसान-मज़दूर-व्यापारी-कर्मचारी-नौजवान की ‘मन की बात’ है।
हालांकि भाजपा,अकाली और आप कांग्रेस पर बूथों पर कब्ज़ा करने तथा धांधली का आरोप लगा रहे है, लेकिन पंजाब सरकार में मंत्री मनप्रीत बादल इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं। कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि चुनाव परिणामों से झूमी पार्टी अब किसानों के आंदोलन को देशव्यापी बनाने के लिये नयी रणनीति बनायेगी ताकि आंदोलन को देश के प्रत्येक राज्य तक फैलाया जा सके,इसके लिये पार्टी जल्दी ही किसान पंचायतों का आयोजन करेगी।