साल 2012 के 16 दिसंबर को एक चलती बस में निर्भया (बदला हुआ नाम) के साथ सामूहिक गैंगरेप हुआ था। आरोपियों ने पीड़िता के साथ ना सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसे बेहद चोटें भी पहुंचाई थी। जिसकी वजह से निर्भया की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में पूरे देश में उग्र व शान्तिपूर्ण प्रदर्शन हुए। इस केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें से 11 मार्च 2013 को राम सिंह नामक मुख्य आरोपी ने सुबह तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी। एक और आरोपी नाबालिग था। जिसे कार्रवाई के बाद सुधार गृह में भेज दिया गया। इसके अलावा बाकी चारों आरोपी अक्षय कुमार सिंह, विनय शर्मा, मुकेश और पवन गुप्ता चारों ही तिहाड़ जेल में बंद हैं। इन चारों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। Read More
गौरतलब है कि 16-17 दिसंबर 2012 की दरमियानी रात दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में छह लोगों ने 23 वर्षीय छात्रा का सामूहिक दुष्कर्म किया था। उन्होंने बर्बरता के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया था। निर्भया की मां ने मौत की सजा के खिलाफ चार दोषियों में से एक की ...
निर्भया के साथ हैवानियत के मामले में न्याय पाने की प्रक्रिया में सात साल लग चुके हैं और निकट भविष्य में इसके मिलने की उम्मीद पर कैदियों के अंतिम बचाव के लिए बना 17 साल पुराना नियम पानी फेर सकता है। ...
सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में निर्भया गेंगरेप के चारों दोषियों को फांसी दे दी जाएगी। हालांकि, दोषियों के वकील ने कहा है कि क्या इससे महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बंद हो जाएंगे। ...
शीर्ष अदालत में तीन न्यायमूर्तियों की पीठ पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने पिछले वर्ष 9 जुलाई को बाकी तीन दोषियों द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी। ...