National Investigation Agency (NIA): राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) को 2008 में बनाया गया था क्योंकि मुंबई हमले के बाद आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय एजेंसी की जरूरत महसूस हुई थी। यह सुरक्षा एजेंसी भारत में आतंकवाद से लड़ने के लिए बनाई गई है। इस एजेंसी की खासियत है कि यह राज्यों से विशेष अनुमति के बिना ही आतंक संबंधी अपराधों के निपटान के लिए सशक्त है। Read More
संसद ने विदेशों में आतंकवादी घटनाओं में भारतीय नागरिकों के प्रभावित होने की स्थिति में ‘एनआईए’ को मामला दर्ज कर अन्य देशों में जाकर जांच करने का अधिकार देने वाले एक महत्वपूर्ण विधेयक ‘राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण संशोधन विधेयक 2019’ को 17 जुलाई अपनी मंजू ...
एनआईए ने सोमवार को भी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित केलर इलाके में बिजनसमैन गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की थी। भारत-पाक के बीच क्रॉस एलओसी ट्रेड का काम करने वाले वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त ह ...
आतंकवाद की प्रकृति, बदलते आयाम के मद्देनजर एनआईए को और शक्ति देना एक जरूरी कदम है. यह अलग बात है कि महज कानून बनाने से अगर दुनिया की इतनी बड़ी समस्या पर काबू हो सकता तो करीब 45 देश जो इस दंश को ङोल रहे हैं, कब से मुक्ति पा चुके होते. ...
यह पूरा मामला कथित तौर पर आतंकवादी संगठन ‘अंसारूल्लाह’ बनाने की कोशिश से जुड़ा है। इससे पहले शुक्रवार को एनआईए की एक विशेष अदालत ने इस मामले में गिरफ्तार 16 लोगों को आठ दिन की हिरासत में जांच एजेंसी को सौंपने की मंजूरी दे दी। ...
गृह मंत्री अमित शाह ने विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सदन को आश्वासन दिया कि इस विधेयक के कानून बनने के बाद इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग नहीं किया जाएग। ...
अमित शाह ने कहा कि मैं सदन को भरोसा देना चाहता हूं कि दुनिया में जहां पर भी भारतीयों के खिलाफ आतंकवाद का अपराध होगा तो वहां NIA की एजेंसी उसको डील करने में सक्षम होगी। ...
बिल के पक्ष में 278 वोट पड़े जबकि इसके विरोध में 6 वोट. सरकार का मानना है कि इस संशोधन के राज्यसभा से भी पास होने के बाद एनआईए को और ताकत मिलेगी जिससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी. ...