2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचन्द गांधी को दुनिया महात्मा गांधी के नाम से जानती है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। वे सत्य और अहिंसावादी थे। उन्होंने 200 सालों की अंग्रेजी हुकुमत को अहिंसावादी अंदोलनों से उखाड़ फेंका। इसमें स्वदेशी अंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह जैसे प्रमुख आंदोलन हैं। आजादी के वक्त वह भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के खिलाफ थे। आजादी के बाद 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। Read More
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की पड़पोती और हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने कहा, ‘‘देश की स्वतंत्रता में गांधीजी की भूमिका ठीक वैसी ही थी, जैसी महाभारत में भीष्म पितामह की। वह देश विभाजन देखते रहे और सत्ता के लालची नेताओं को रोका नहीं। ...
इटली के लेचे में 13 नवंबर से 17 नवंबर तक आयोजित ‘इंटरनेशनल स्कोरानो सैंड नेटिविटी’ कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पटनायक ने रूसी कलाकार पैवेल मिनिकोव के साथ मिलकर महात्मा गांधी की 10 फुट ऊंची रेत आकृति बनायी। ...
राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से माफी मांगने और इस ‘‘बड़ी भूल’’ को तत्काल सुधारने को कहा है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रकाशित दो पृष्ठों की पुस्तिका ‘आमा बापूजी: एका झलक’ में उनकी शिक्षाओं, उनके कार्यों औ ...
15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ और 30 जनवरी 1948 की शाम नाथू राम गोडसे ने अहिंसा के उस पुजारी के सीने में तीन गोलियां झोंक दीं। इस अपराध पर नाथूराम को फांसी की सजा सुनाई गई और वह 15 नवंबर 1959 का दिन था जब उसे फांसी पर लटका दिया गया। ...
Gandhi Sankalp Yatra: बीजेपी ने अपने सासंदों से 2 अक्टूबर से शुरू हुई गांधी संकल्प यात्रा पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, कुछ सांसदों के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई ...
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और ...
उच्चतम न्यायालय के शनिवार को सुनाये गये फैसले पर महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर महात्मा गांधी की मौत के मामले में उच्चतम न्यायालय में आज फिर से सुनवाई होती है तो फैसला यही होगा कि नाथूराम गोड्से ‘‘एक हत् ...
हिंदी साहित्य सम्मेलन इंदौर के मार्च 1918 के अधिवेशन में बोलते हुए गांधीजी ने दो टूक शब्दों में आह्वान किया था : ‘पहली माता (अंग्रेजी) से हमें जो दूध मिल रहा है, उसमें जहर और पानी मिला हुआ है, और दूसरी माता (मातृभाषा ) से शुद्ध दूध मिल सकता है. बिना ...