महाकवि कालिदास ने अपनी श्रेष्ठ रचना 'मेघदूत' में उज्जैन का बहुत ही सुंदर वर्णन करते हुए कहा है कि जब स्वर्गीय जीवों को अपना पुण्य क्षीण हो जाने पर पृथ्वी पर आना पड़ा, तब उन्होंने विचार किया कि हम अपने साथ स्वर्ग का एक खंड ले चलते हैं। उज्जैन वही स्वर्गखंड है। महाकवि ने लिखा है कि उज्जैन भारत का वह प्रदेश है जहां के गांव में बसे बडे-बुढे लोग खुशी और प्रेम की गाथा सुनाते है। मध्य प्रदेश का सौंदर्य सदियों से यात्रियों को आकर्षित करता रहा है। वर्तमान में मध्य प्रदेश ने न केवल अपने प्राचीन सुंदर रूप को सालों पहले सा बनाए रखा, बल्कि इस समय के यात्रियों के लिए भी यह एक लुभावना गंतव्य है। पहाड़, जंगल, नदियां, समृद्ध विरासत, रोमांचक वन्य जीवन और सांस्कृतिक विविधता से सजी इस राज्य की प्राकृतिक रचना, इसे वैभवशाली भूमि बना देती है।