पाकिस्तान में सिख धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक करतारपुर साहिब करतारपुर, जिला नारोवल, पाकिस्तान में स्थित है। यह वही स्थान हैं जहां 22 सितंबर 1539 को सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी ज्योति ज्योत (उनका निधन हुआ था) समाए थे। सिखों की इस धार्मिक स्थल से बेहद आस्था जुड़ी है।सिखों द्वारा गुरु नानक देव जी से जुड़े धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब को भारतीय सिखों के लिए खोल देने की मांग की जा रही थी। पाकिस्तान ने इस कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। Read More
भारत ने पाकिस्तान से मांग की है कि 5,000 तीर्थयात्रियों को हर रोज गलियारे का उपयोग कर गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने की अनुमति दी जाए। जिसके लिए पाकिस्तान राजी हो गया है। ...
विदेश कार्यालय ने दो जुलाई को कहा था कि पाकिस्तान ने मसौदा समझौता पर भारत के साथ दूसरे दौर की वार्ता करने के लिए 14 जुलाई का प्रस्ताव किया था, जिसे नयी दिल्ली ने स्वीकार कर लिया था। ...
करतारपुर गलियारे पर शून्य रेखा से गुरूद्वारा साहिब तक पाकिस्तान 80 फीसदी काम पूरा कर चुका है। इस परियोजना पर काम कर रहे एक वरिष्ठ इंजीनियर ने भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच इस विषय पर एक पखवाड़े में होने वाली बैठक से पहले यह जानकारी दी। ...
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खबर दी है कि इंजीनियर ने बाकी काम निर्धारित समय सीमा में पूरा हो जाने उम्मीद जतायी है। उनका बयान इस मायने में अहम है कि भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच वाघा बॉर्डर के पाकिस्तान वाले हिस्से में 14 जुलाई को बैठक होने वाली ...
करतारपुर में सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपनी जि़ंदगी के आखिरी साल गुज़ारे थे। यह गलियारा पंजाब के गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ेगा। ...
सिख धर्म की नींव रखने वाले गुरु नानक देव ने 1522 ईंसवी में करतारपुर साहिब की स्थापना की थी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने आज (मंगलवार) भारत को जानकारी दी कि करतारपुर गलियारे के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने और संबंधित तकनीकी मुद्दों के मसौदा स ...