15 अगस्त 1947, वह दिन था जब भारत को ब्रिटिश राज से आज़ादी मिली और इस प्रकार एक नए युग की शुरुआत हुई जब भारत के मुक्त राष्ट्र के रूप में उठा। स्वतंत्रता दिवस के दिन दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र, भारत के जन्म का आयोजन किया जाता है और भारतीय इतिहास में इस दिन का अत्यंत महत्व है। यह दिन हमारी आज़ादी का जश्न मनाने और उस सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता है जिन्होंने इस महान कारण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। Read More
प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएएसी-पीएम) के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने लेख में भारत के लिए नए संविधान की जरूरत बताई तो मैं हैरत में पड़ गया! कोई अपनी आत्मा बदलता है क्या? हमारा संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। ...
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायाधीशों और वकीलों को इस तरह से आचरण करना चाहिए ताकि लोगों के बीच देश में कानूनी प्रक्रिया की स्वतंत्रता और अखंडता में विश्वास पैदा हो सके। ...
Bindeshwar Pathak: सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण में अग्रणी, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वर पाठक का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। ...
सीएम ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था का प्रदेश बनने के कारण यूपी आज निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित हुआ। बीते 10 से 12 फरवरी तक हुए जीआईएस में 36 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। हर बड़ा निवेशक आज यूपी में निवेश करने के लिए उतावला ह ...