गोल्डन बूट का खिताब उस खिलाड़ी को दिया जाता है, जो पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल दागता है। फीफा वर्ल्ड कप में गोल्डन बूट देने की शुरुआत साल 1930 में विश्व कप के शुरुआत के साथ ही हुई थी। फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ है कि सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की संख्या एक से ज्यादा रहने पर संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था।