फीफा वर्ल्ड कप 2018 के क्वार्टर फाइनल के मुकाबले खत्म हो गए हैं और सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों के नाम साफ हो गए हैं। अब सेमीफाइनल में पहला मैच फ्रांस और बेल्जियम के बीच 10 जुलाई को रात 11.30 से खेला जाएगा, जबकि दूसरा सेमीफाइनल मैच क्रोएशिया और इंग्लैंड के बीच 11 जुलाई को रात 11.30 बजे से खेला जाएगा। फुटबॉल के इस महाकुंभ में सेमीफाइनल के साथ ही गोल्डन बूट की रेस में भी काफी रोमांच आया है। इस रेस में टॉप पर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीमों के दो खिलाड़ी हैं।
गोल्डन बूट की रेस में इंग्लैंड के कप्तान सबसे आगे
24 साल की उम्र में इंग्लैंड की कप्तानी कर रहे हैरी केन ने अपने प्रदर्शन के सभी को अपनी ओर आकर्षिक किया है, उन्होंने अब तक खेले 4 मैचों में कुल 6 गोल किए हैं और फीफा वर्ल्ड कप 2018 के गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं। हैरी इस साल वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। हैरी केन ने कोलंबिया के खिलाफ एक गोल किया। इससे पहले उन्होंने पनामा के खिलाफ 3 गोल किए थे, वहीं उन्होंने ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल दागे थे। इंग्लैंड की टीम को अपना अगला मैच दूसरे सेमीफाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ खेलना है।
दूसरे नंबर पर बेल्जियम के रोमेलू लुकाकू
गोल्डन बूट की रेस में हैरी केन के बाद बेल्जियम के रोमेलू लुकाकू है, जिन्होंने इस साल वर्ल्ड कप में 4 मैचों में कुल 4 गोल किए हैं। लुकाकू ने ट्यूनीशिया के खिलाफ दो गोल किए थे, जबकि इससे पहले उन्होंने अपने पहले मैच में पनामा के खिलाफ भी दो गोल किए थे। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह फुटबॉलर गोल्डन बूट अवॉर्ड के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहा है और हैरी केन को टक्कर दे रहा है। लुकाकू की टीम बेल्जियम का अगला मैच सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ है, जो 10 जुलाई को खेला जाएगा। (फीफा वर्ल्ड कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
डेनिस चेरीशेव के नाम चार गोल
गोल्डन बूट की रेस में रूस के खिलाफ डेनिस चेरीशेव का भी नाम है और वो इस रेस में 5 मैचों में 4 गोल के साथ तीसरे नंबर पर हैं। लेकिन उनका यह आंकड़ा अब आगे नहीं बढ़ेगा, क्योंकि उनकी टीम फीफा विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ हारकर बाहर हो गई थी।
गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं ये खिलाड़ी
खिलाड़ी | देश | गोल |
हैरी केन | इंग्लैंड | 6 गोल |
रोमेलू लुकाकू | बेल्जियम | 4 गोल |
डेनिस चेरीशेव | रूस | 4 गोल |
क्रिस्टियानो रोनाल्ड | पुर्तगाल | 4 गोल |
अर्तेम ज्यूबा | रूस | 3 गोल |
विश्व कप में गोल्डन बूट के पिछले पांच विजेता
खिलाड़ी | देश | साल | गोल |
जेम्स रोड्रिगेज | कोलंबिया | 2014 | 6 गोल |
थोमस म्युलर | जर्मनी | 2010 | 5 गोल |
मिरोस्लाव क्लोसे | जर्मनी | 2006 | 5 गोल |
रोनाल्डो | ब्राजील | 2002 | 8 गोल |
दावोर सुकर | क्रोएशिया | 1998 | 6 गोल |
किसे दिया जाता है गोल्डन बूट
गोल्डन बूट देने की शुरुआत साल 1930 में फीफा वर्ल्ड कप के शुरुआत के साथ ही हुई थी। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद गोल्डन बूट का खिताब उस खिलाड़ी को दिया जाता है, जो पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल दागता है। फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में सिर्फ तीन बार ऐसा हुआ है कि सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की संख्या एक से ज्यादा रहने पर संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया था।