बजरंग पूनिया भारतीय पहलवान हैं और उनका जन्म 26 फरवरी 1994 को हरियाणा के झज्जर जिले के खुदान गांव में हुआ था। बजरंग को कुश्ती विरासत में मिली। उनके पिता बलवान पूनिया अपने समय के नामी पहलवान रहे, लेकिन गरीबी ने उनके करियर को आगे नहीं बढ़ने दिया। बजरंग ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती के गुर सीखे और अब वो देश का परचम लहरा रहे हैं। हरियाणा के बजरंग ने 2014 में कॉमनवेल्थ खेलों में 61 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर जीता था। Read More
दीपा मलिक राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार को हासिल करने वाली दूसरी पैरा एथलीट बन गईं, क्योंकि पैरालंपिक का दोहरा स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झझारिया को 2017 में, इससे सम्मानित किया गया था। ...
National Sports Awards 2019: राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खेलों के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड से खिलाड़ियों को आज सम्मानित किया जाएगा ...
रियो पैरालंपिक के गोला फेंक में एफ53 वर्ग में रजत पदक जीतने वाली 48 वर्षीय दीपा का नाम 12 सदस्यीय समिति ने दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन खेल रत्न पुरस्कार के लिए जोड़ा। ...
एशिया और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी पहलवान बजरंग पूनिया को शुक्रवार को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान - राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। ...
Bajrang Punia: दो बार के कॉमनवेल्थ गेम्स मेडलिस्ट बजंरग पूनिया को 2019 का राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा, पिछले साल भी की गई थी उनके नाम की सिफारिश ...
एशियाई चैम्पियन बजरंग के लिए यह सत्र का चौथा स्वर्ण था। वह तबिलिसी और एशियाई चैम्पियन के अलावा दान कोलोव और अली अलीएव टूर्नामेंट में पोडियम पर रहे। ...
एशियाई और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती में अनेक पदक जीत चुकी फोगाट बहनों में तीसरे नंबर की संगीता फोगाट दुनिया के नंबर एक पहलवान बजरंग पूनिया के साथ सात फेरे लेगी। ...
बजरंग की 65 किग्रा भारवर्ग में मौजूदगी के कारण ज्यादातर पहलवानों ने खुद को इस मुकाबले से दूर रखा। उन्हें चुनौती देने सिर्फ मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन हरफुल सिंह पहुंचे। ...