टेनिस: इस खिलाड़ी ने डेविस कप के लिए चीन नहीं जाने का किया फैसला, चयन समिति नाराज
By भाषा | Published: April 1, 2018 07:00 PM2018-04-01T19:00:26+5:302018-04-01T19:03:32+5:30
टीम में शामिल एक अन्य खिलाड़ी युकी भांबरी भी मामूली चोट के कारण इस मुकाबले से हट गये हैं।
नई दिल्ली, 1 अप्रैल: भारतीय डेविस कप टीम के रिजर्व टेनिस खिलाड़ी दिविज शरण ने चीन के खिलाफ उसकी सरजमीं पर होने वाले मुकाबले के लिए नहीं जाने का फैसला किया है। बाएं हाथ के 32 वर्षीय खिलाड़ी के इस कदम से खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता की शुरूआत करने का मार्ग जल्द ही प्रशस्त हो सकता है।
शरण छह और सात अप्रैल को होने वाले मुकाबले के लिए चीन के तियानजिन उसी शर्त पर जाना चाहते है जब टीम को उनकी सेवाओं की जरूरत हो। उनके इस फैसले से हालांकि अखिल भारतीय टेनिस संघ( एआईटए) की चयन समिति नाराज है।
शरण युगल विश्व रैंकिंग में 44 वें स्थान पर काबिज है और रोहन बोपन्ना (विश्व युगल रैंकिंग 20) के बाद देश के दूसरे शीर्ष रैकिंग वाले खिलाड़ी है। लेकिन टीम में दिल्ली के इस खिलाड़ी की जगह अनुभवी लिएंडर पेस को चुना गया है जिनकी विश्व रैंकिंग 45 है। पेस युगल मुकाबले के लिए बोपन्ना के साथ उतरेंगे। (और पढ़ें- बॉल टैम्परिंग से जागा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, अब खिलाड़ियों के 'स्लेजिंग' पर भी लगाएगा बैन!)
इस मुकाबले को जीतने पर भारतीय टीम एलीट विश्व ग्रुप में जगह बनाने की दौड़ में शामिल हो जाएगी। यह पता चला है कि शरण टीम के साथ उसी शर्त पर यात्रा करना चाहते है जब मैदान में उनका उतरना सुनिश्चित हो। हालांकि आखिरी समय में पेस और बोपन्ना में से अगर कोई चोटिल होता है तो उन्हें खेलने का मौका मिल सकता है।
टीम में शामिल एक अन्य खिलाड़ी युकी भांबरी भी मामूली चोट के कारण इस मुकाबले से हट गये हैं। एआईटीए ने शरण के फैसले को स्वीकार कर लिया है लेकिन उनके इस कदम ने चयन समिति और टीम प्रबंध को नाराज कर दिया है। एआईटीए के महासचिव हिरणमय चटर्जी ने पीटीआई को बताया, 'उन्होंने हमें लिखा है कि वह अमेरिका में रूकना चाहते है और वहां अभ्यास करना चाहते है। अगर जरूरत हुई तभी वह चीन जाएंगे।'
उन्होंने कहा, 'शायद समय आ गया है कि खिलाड़ियों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं। हम खिलाड़ियों के लिये आचार संहिता के बारे में विचार कर रहे हैं जो जल्द ही लाया जाएगा।'
इस बीच, डेविस कप कोच जीशान अली ने कहा कि एक बार जब खिलाड़ी ने खुद को मुकाबले के लिए तैयार घोषित कर दिया तब उन्हें पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा, 'अगर किसी खिलाड़ी का चयन हो गया है, चाहे वे रिजर्व में ही क्यों ना हो, उसे वहां रहने की जरूरत है क्योंकि अगर, टीम का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई खिलाड़ी चोटिल हो गया और हमारे पास रिजर्व ही नहीं हो तो हम क्या करेंगे।' (और पढ़ें- नाम बदलकर खेलने वाले मुंबई के इस क्रिकेटर पर लगा आजीवन प्रतिबंध)
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया के लिए कप्तान महेश भूपति से भी संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। एआईटीए चयन समिति के प्रमुख एसपी मिश्रा ने कहा कि इस मसले पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है उन्हें वहां जाना चाहिए और अभ्यास करना चाहिए ताकि वहां के हालात में खुद को ढाल सके। यह (वहां नहीं जाने का फैसला) उचित नहीं है। अगली बैठक में हम इस पर गंभीरता से चर्चा करेंगे।' (और पढ़ें- रणजी के इस दिग्गज ने क्रिकेट को कहा अलविदा, कभी नहीं बना सका टीम इंडिया में जगह)