फेसबुक ने हिंसक पोस्ट करने वाले यूजर्स पर कार्रवाई करते हुए इससे जु़ड़े 800 ग्रुप को अपने प्लेटफार्म से हटा दिया है। फेसबुक ने कहा कि हमारे प्लेटफार्म पर अगर कोई यूजर किसी को हिंसा के लिए उकसाता है या खुद हिंसक व्यवहार करता है तो हम उन सभी पर प्रतिबंध लगाएंगे।
कुछ दिन पहले ही अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जनरल' में छपी एक रिपोर्ट के बाद भारत में फेसबुक को लेकर घमासान जारी है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि फेसबुक पर भाजपा नेताओं के घृणा फैलाने वाले पोस्ट को लेकर नरमी बरती जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में फेसबुक की पॉलिसी डायरेक्टर आंखी दास ने भाजपा नेता टी राजा सिंह के एक पोस्ट पर फेसबुक की पॉलिसी के लागू नियम का विरोध किया था। बता दें कि टी राजा तेलंगाना से भाजपा विधायक हैं। वहीं आंखी दास ने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में शिकायत भी दर्ज कराई है जिसमें कहा है कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।
रिपोर्ट में कहा गया था कि फेसबुक सत्ताधारी पार्टी से कोई पंगा लेना नहीं चाहती है, क्योंकि उसे अपने कारोबार के प्रभावित होने का डर है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि फेसबुक बीजेपी नेताओं के हेट स्पीच वाले कंटेंट पर कार्रवाई नहीं करती है।
फेसबुक पर पहले भी अमेरिकी चुनाव में हस्ताक्षेप करने के आरोप लग चुके हैं। इसके साथ फेसबुक पर अपने यूजर्स का डाटा चोरी करने का आरोप भी लगा है।