लाइव न्यूज़ :

ट्विटर के बाद फेसबुक, 11000 कर्मचारियों की छंटनी, यहां पढ़े मार्क जुकरबर्ग का मैसेज

By भाषा | Updated: November 9, 2022 19:21 IST

अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद वहां बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था।

Open in App
ठळक मुद्देट्विटर ने अपने 7,500 कर्मचारियों में से लगभग 50 प्रतिशत को बाहर कर दिया था। महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान जोरदार वृद्धि दर्ज की। लॉकडाउन खत्म होने के बाद लोग बाहर जाने लगे और इन कंपनियों की कमाई डगमगाने लगी।

न्यूयॉर्कः फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने अपने 13 प्रतिशत या लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी की है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि कमाई में गिरावट और प्रौद्योगिकी उद्योग में जारी संकट के चलते यह फैसला करना पड़ा।

छंटनी के बारे में जुकरबर्ग ने बयान में कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, यह मेरी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऑनलाइन कॉमर्स के पिछले रुझान वापस आ गए हैं, लेकिन इसके साथ ही व्यापक आर्थिक मंदी, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और विज्ञापन घटने के संकेत के चलते हमारी आय मेरी अपेक्षा से बहुत घट गई है। मैंने इसे गलत ढंग से समझा और मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं।’’

लॉकडाउन के दौरान जोरदार वृद्धि दर्ज

इससे पहले अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद वहां बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। पिछले सप्ताह ट्विटर ने अपने 7,500 कर्मचारियों में से लगभग 50 प्रतिशत को बाहर कर दिया था। दूसरी सोशल मीडिया कंपनियों की तरह मेटा ने भी महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान जोरदार वृद्धि दर्ज की।

आर्थिक मंदी के चलते कंपनी के लिए संकट बढ़ा

इस दौरान बड़ी संख्या में लोग घर पर रहे और उन्होंने अपने फोन तथा कंप्यूटर पर अधिक वक्त बिताया। हालांकि, लॉकडाउन खत्म होने के बाद लोग बाहर जाने लगे और इन कंपनियों की कमाई डगमगाने लगी। मेटा की आय के सबसे बड़े स्रोत - ऑनलाइन विज्ञापन में कमी और आर्थिक मंदी के चलते कंपनी के लिए संकट बढ़ा।

इस गर्मी में मेटा ने अपने इतिहास में पहली बार किसी तिमाही के दौरान आय में गिरावट का सामना किया। मेटा द्वारा ‘‘मेटावर्स’’ में प्रतिवर्ष 10 अरब डॉलर से अधिक निवेश करने से भी निवेशक चिंतित हैं, क्योंकि ऐसे में उसका ध्यान सोशल मीडिया कारोबार से हट रहा है। मेटा और उसके विज्ञापनदाता संभावित मंदी का सामना कर रहे हैं।

बजट कम करना, भत्तों को कम करना

एप्पल के गोपनीयता टूल से भी चुनौती मिल रही है, जिसके कारण फेसबुक, इंस्टाग्राम और स्नैप जैसे सोशल मीडिया मंचों के लिए सहमति के बिना लोगों को ट्रैक करना और लक्षित विज्ञापन देना कठिन होता जा रहा है। जुकरबर्ग ने कहा, ‘‘हमने अपने व्यवसाय की लागत में कटौती की है, जिसमें बजट कम करना, भत्तों को कम करना और रियल एस्टेट व्यय को कम करना शामिल है।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम अपनी दक्षता बढ़ाने के लिए टीम का पुनर्गठन कर रहे हैं। लेकिन सिर्फ इन उपायों से हमारे खर्च, हमारी कमाई के अनुरूप नहीं हो पाएंगे। इसलिए मैंने लोगों की छंटनी का कठिन निर्णय भी लिया है।’’ जुकरबर्ग ने बुधवार को कर्मचारियों से कहा कि उन्हें एक ईमेल भेजकर बताया जाएगा कि उनका नाम छंटनी में है या नहीं।

दो अतिरिक्त सप्ताह का वेतन दिया जाएगा

उन्होंने कहा कि पूर्व कर्मचारियों को 16 सप्ताह का मूल वेतन, और साथ ही कंपनी के साथ बिताए हर साल के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह का वेतन दिया जाएगा। इन कर्मचारियों और उनके परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा छह महीने तक जारी रहेगा।

टॅग्स :फेसबुकट्विटरमार्क जकरबर्गएलन मस्कअमेरिका
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए दो तीखे लाल मिर्च..!

कारोबार‘आधी भारतीय’ मेरी ‘पार्टनर’ शिवोन जिलिस?, एलन मस्क ने कहा-बच्चे का नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रमण्यन चंद्रशेखर के नाम पर शेखर रखा

टेकमेनिया अधिक खबरें

टेकमेनियाक्या है संचार साथी? साइबर सिक्योरिटी ऐप जिसे सरकार क्यों चाहती है भारत के हर नए स्मार्ट फोन में हो इंस्टॉल

टेकमेनियाएक्टिव सिम के बिना नहीं चलेगा आपका WhatsApp, केंद्र ने साइबर क्राइम रोकने के लिए नए नियम जारी किए

टेकमेनियाक्या है क्लाउडफ्लेयर में रुकावट की वजह? जानिए एक्स, चैटजीपीटी और दूसरी लोकप्रिय वेबसाइटें क्यों हुईं डाउन?

टेकमेनियाX Down: एलन मस्क का एक्स उपयोगकर्ताओं के लिए हुआ डाउन, यूजर हुए परेशान

टेकमेनियागंभीर संकट परोस रहा है सोशल मीडिया