Weekly Vrat Tyohar 2023: इस दिन से शुरू हो रहे पितृ पक्ष, जानिए इस हफ्ते के महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार
By अंजली चौहान | Published: September 25, 2023 11:01 AM2023-09-25T11:01:05+5:302023-09-25T11:01:22+5:30
सितंबर के आखिरी हफ्ते में कई त्योहार और व्रत पढ़ रहे हैं ऐसे में इनके शुभ मुहूर्त और तिथि को जानना महत्वपूर्ण है।
Weekly Vrat Tyohar 2023: हिंदू धर्म में पंचांग, तिथि का खास महत्व है। हिंदू कैलेडर के हिसाब से अभी भाद्रपद का महीना चल रहा है और सितंबर का आखिरी हफ्ता जिसकी शुरुआत आज से हो गई है। यह दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का है।
इस दिन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। साथ ही व्रत-त्योहारों की दृष्टि से सितंबर का आखिरी सप्ताह बहुत महत्वपूर्ण है। इस हफ्ते कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार पड़ रहे है जिसकी सही जानकारी आपको होनी चाहिए।
सितंबर के आखिरी हफ्ते में गणेश चतुर्थी विर्सजन, अनंत चतुर्दशी व्रत, परिवर्तिनी एकादशी, बुध प्रदोष व्रत, वामन जयंती, पितृपक्ष, पंचक आदि व्रत और त्योहार पड़ने वाले है। आइए बताते हैं आपको 25 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर के खास त्योहार और व्रत...
- 25 सितंबर 2023, सोमवार: इस महीने के आखिरी सोमवार यानी आज परिवर्तिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। इस व्रत के संबंध में मान्यता है कि इस एकादशी पर भगवान विष्णु करवट लेते हैं। इस दिन सुबह 09:12 से 10:42 तक का समय पूजा के लिए शुभ रहेगा. इससे पहले पूजा न करें, क्योंकि राहुकाल रहेगा।
- 26 सितंबर 2023, मंगलवार: 26 सितंबर 2023 भाद्रपद के शुक्लपक्ष की द्वादशी के दिन वामन जयंती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया था। इस दिन पूजा करने से व्यक्ति के अंदर अहंकार की भावना खत्म हो जाती है।
- 27 सितंबर 2023, बुधवार: आने वाले बुधवार को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस व्रत को करने से कभी न खत्म होने के समान पुण्य मिलता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत का मुहूर्त शाम 06:12 से रात 08:36 तक का समय शुभ रहेगा। साथ ही इस दिन से पंचक की शुरुआत हो रही है, पंचक के पांच दिनों में शुभ-मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।
- 28 सितंबर 2023, गुरुवार: 28 सितंबर का दिन बहुत खास है क्योंकि इस दिन गणेश चतुर्थी विसर्जन भी है। इसी दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत भी रखा जाएगा। दोनों पर्व हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण है।
- 29 सितंबर 2023, शुक्रवार: 29 सितंबर शुक्रवार को पितृपक्ष की शुरुआत होगी। पितृपक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है और साथ ही इस दिन भाद्र पूर्णिमा भी है। पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और व्रत-पूजा करना शुभ माना जाता है।
(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)