Shardiya Navratri 2025: आज से हिंदुओं के पवित्र त्योहार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। पूरे देश में भक्तों में त्योहार को लेकर जश्न और भक्ति का माहौल है। देश भर के मंदिरों में देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। देवी दुर्गा को समर्पित नौ दिवसीय इस उत्सव में हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं, देश भर के मंदिर जगमगाते और भक्तिमय उत्साह से सराबोर रहते हैं।
देशभर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी
दिल्ली में, कालकाजी मंदिर और झंडेवालान मंदिर में भारी भीड़ देखी गई, जबकि छतरपुर स्थित श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी।
मुंबई स्थित मुंबादेवी मंदिर में पवित्र काकड़ आरती समारोह हुआ, जिसके साथ नौ दिवसीय उत्सव की शुरुआत हुई।
मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में, नलखेड़ा स्थित माँ बगलामुखी मंदिर में हज़ारों भक्तों की भीड़ उमड़ी। बगलामुखी मंदिर को देवी का एक प्रमुख मंदिर माना जाता है, किंवदंतियों के अनुसार महाभारत काल में पांडवों ने यहाँ पूजा-अर्चना की थी, जिससे इसका आध्यात्मिक महत्व और भी बढ़ गया।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अलोपी देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। जहां लोग लंबी लाइनों में खड़े हैं बस मां के एक दर्शन के लिए।
पंजाब के अमृतसर में शारदीय नवरात्रि का नौ दिवसीय उत्सव आज से शुरू होने पर श्री बड़ा हनुमान मंदिर में आयोजित लंगूर मेले में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
दिल्ली के कालकाजी मंदिर में श्रद्धालु दर्शन के लिए सुबह से पहुंचे हुए हैं। कालकाजी मंदिर प्रचीन मंदिर है जो देवी काली को समर्पित है।
शारदीय नवरात्रि के नौ दिवसीय उत्सव के रूप में आज से मुंबादेवी मंदिर में काकड़ आरती की पेशकश की जा रही है। महाराष्ट्र में स्थित मंदिर में दर्शन के लिए लाखों लोग आ रहे हैं।
शारदीय नवरात्रि 2025
नवरात्रि सबसे शुभ हिंदू त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे भारत में भक्ति, रंगों और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाला यह त्योहार देवी दुर्गा और उनके नौ दिव्य रूपों, जिन्हें नवदुर्गा भी कहा जाता है, को समर्पित है। भक्त उपवास रखते हैं, पूजा करते हैं और गरबा, डांडिया नाइट्स और दुर्गा पूजा पंडालों जैसे सांस्कृतिक उत्सवों में भाग लेते हैं।
प्रत्येक दिन देवी के एक अलग रूप को समर्पित होता है, जो शक्ति, करुणा और ज्ञान के विभिन्न पहलुओं का प्रतीक है। भक्त उपवास करते हैं, भक्ति गीत गाते हैं और गरबा और डांडिया जैसे पारंपरिक नृत्यों में भाग लेते हैं, जिससे एक आनंदमय वातावरण बनता है।
इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि आज (सोमवार) घटस्थापना के पवित्र अनुष्ठान और नवदुर्गा के प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री की पूजा के साथ शुरू हो रही है। पूरे भारत में भक्त व्रत रख रहे हैं, शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना कर रहे हैं और शक्ति और पवित्रता का आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। यह महोत्सव 2 अक्टूबर 2025 को विजयादशमी (दशहरा) के साथ संपन्न होगा।