Mysuru Dasara 2024: देश के अलग-अलग हिस्सों में आज दशहरा या विजयदशमी का त्योहार मनाया जा रहा है। आज शाम के समय नौ दिनों के त्योहार का रावण दहन के साथ अंत हो जाएगा। देश के अलग-अलग हिस्सों में यह तस्वीर आपको देखने को मिलेगी लेकिन कर्नाटक में दशहरे का त्योहार कुछ अलग ही ढंग से मनाया जाता है। मैसूर दशहरा उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। मैसूर शहर में मनाया जाने वाला भव्य उत्सव मैसूर दशहरा देश के सबसे शानदार आयोजनों में से एक है।
इस साल, मैसूर दशहरा जुलूस और जंबू सवारी आज, 12 अक्टूबर को मैसूर पैलेस में दशहरा के अवसर पर आयोजित की जाएगी, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। कर्नाटक के मैसूर पैलेस में मैसूर दशहरा का भव्य उत्सव दोपहर 2 बजे शुरू हुआ है। हालांकि, सभी लोगों का वहां पहुंचकर दशहरे का आनंद लेना तो संभव नहीं है इसलिए हमारे पास इसके लिए एक जुगाड़ है।
जी हां, आप घर बैठे मैसूर दशहरा देख सकते हैं। इसके लिए बस आपको मोबाइल और इंटरनेट की जरूरत होगी। दरअसल, आप अपने फोन में यूट्यूब एप के जरिए मैसूर दशहरा समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं। जिसका लिंक यहां नीचे दिया गया है...
इसके अलावा आप दूरदर्शन नेशनल टीवी, फेसबुक पेज, एक्स पेज और यूट्यूब पर भी इस समारोह को देख सकते हैं।
गौरतलब है कि सदियों से, वोडेयार राजवंश इस त्योहार को बहुत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाता आ रहा है। यह त्यौहार मैसूर की अधिष्ठात्री देवी चामुंडेश्वरी को समर्पित है।
इस समारोह में जुलूस देखने लायक होता है। इसमें सुंदर ढंग से सजाए गए हाथी, रथ और हिंदू पौराणिक कथाओं के दृश्यों को दर्शाती झांकियाँ शामिल होती हैं। मैसूर पैलेस, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है, इनमें से कई कार्यक्रमों का मुख्य स्थल है। मैसूर दशहरा की सबसे खास विशेषताओं में से एक है जंबू सवारी, या हाथियों का जुलूस। हाथियों को रंग-बिरंगे सजावट से सजाया जाता है और वे खूबसूरती से तैयार किए गए हौदे उठाते हैं, जिनका इस्तेमाल शाही परिवार को ले जाने के लिए किया जाता है।
जंबो सवारी मैसूर दशहरा की भव्यता और राजसीपन का प्रतीक है। इस साल का भव्य दशहरा जुलूस "जंबू सवारी" शनिवार को आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद बन्नी मंडप मैदान में एक शानदार मशाल जुलूस निकाला जाएगा। मैसूर की सभी प्रमुख सड़कों और सर्किलों को 130 किलोमीटर (किमी) की दूरी तक रोशन किया गया है।
चामुंडेश्वरी विद्युत आपूर्ति निगम (सीईएससी) द्वारा दशहरा रोशनी पर कुल 6.5 करोड़ खर्च किए गए हैं।
त्योहार के दौरान शास्त्रीय नृत्य, संगीत और लोक कला सहित विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं।
मैसूर दशहरा दुनिया भर से आगंतुकों को आकर्षित करता है। यह त्यौहार कर्नाटक की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने और शाही परंपराओं की भव्यता को देखने का एक शानदार अवसर है।