हिन्दू धर्म में गंगा नदी को काफी पवित्र नदी बताया गया है। गंगा नदी को देवों की नदी माना जाता है। हर शुभ कार्य को करने से पहले गंगा की पूजा करना शुभ माना जाता है। गंगा मईया के पर्व गंगा दशहरा को हर साल पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।
गंगा दशहरा के दिन दिन देश के गंगा घाटों पर जैसे काशी, प्रयाग और हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है और लोग गंगा मईया का स्नान कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं। इस बार गंगा दशहरा का पावन पर्व एक जून को पड़ रहा है।
गंगा दशहरा के दिन दान का भी अपना अलग महत्व होता है। आइए आपको बताते हैं गंगा दशहरा वाले दिन आपको किन चीजों का दान करना चाहिए और किस एक चीज के दान से आपको पुण्य की प्राप्ती होगी।
करें इस एक चीज का दान
गंगा दशहरा के दिन स्नान करने के बाद दान का काफी महत्व होता है। गंगा दशहरा पर किसी गरीब व्यक्ति को पानी का भरा हुआ घड़ा दान करना बेहद शुभ होता है। ज्येष्ठ माह में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है इसलिए इस पूरे महीने पीने के पानी का दान आपको पुण्य की प्राप्ति करवाता है। साथ ही इस मौसम में आप मौसमी फल भी दान कर सकते हैं।
गंगा दशहरा तिथि व मुहूर्त 2020दशमी तिथि प्रारंभ - 31 मई 2020 को 05:36 बजे शामदशमी तिथि समाप्त - 01 जून को 02:57 बजे शामहस्त नक्षत्र प्रारंभ- 01 जून को 3 बजकर एक मिनट पर सुबहहस्त नक्षत्र समाप्त- 02 जून को 01 बजकर 18 मिनट, सुबह
दस पापों का करता है नाश
ग्रंथों में दस प्रकार के पाप का वर्णन किया गया है जिसमें काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मत्सर, ईर्ष्या, ब्रह्महत्या, छल-कपट, परनिंदा है। इसके आलावा अवैध संबंध, बिना बात जीवों को कष्ट देना, असत्य बोलने और किसी को धोखा देने से जैसे पाप भी गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करने से धुल जाता है।