Dev Uthani Ekadashi 2023: 22 या 23 किस दिन पड़ रही देवउठनी एकादशी? जानिए सही मुहूर्त और महत्व
By अंजली चौहान | Published: November 21, 2023 02:59 PM2023-11-21T14:59:01+5:302023-11-21T15:00:09+5:30
हिंदू कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को हिंदू कैलेंडर में देव उठनी एकादशी के रूप में जाना जाता है। चातुर्मास के नाम से जाना जाने वाला चार महीने का प्रतिकूल समय देवउठनी एकादशी के अवसर पर समाप्त होता है।

फोटो क्रेडिट- फाइल फोटो
Dev Uthani Ekadashi 2023: देव उठनी एकादशी हिंदुओं के बीच एक बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह दिन पूरी तरह से भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है जो कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। इस साल देवउठनी एकादशी 23 नवंबर, 2023 को मनाई जा रही है।
देवउठनी एकादशी तिथि और समय
एकादशी तिथि प्रारंभ - 22 नवंबर, 2023 - 11:03 अपराह्न
एकादशी तिथि समाप्त - 23 नवंबर, 2023 - 09:01 अपराह्न
पारण समय - 24 नवंबर 2023 - 06:00 पूर्वाह्न से 08:13 पूर्वाह्न तक
पारण दिवस द्वादशी समाप्ति क्षण - 24 नवंबर 2023 - 07:06 अपराह्न
देवउठनी एकादशी का क्या है महत्व
देवउठनी एकादशी को सबसे महत्वपूर्ण में से एक माना जाता है और पवित्र एकादशी है। इसे प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस शुभ दिन पर, भक्त व्रत रखते हैं और बड़ी श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। यह कार्तिक माह में आता है और कार्तिक माह का अपना धार्मिक महत्व है क्योंकि यह पूरा महीना भगवान विष्णु को समर्पित है।
इसी दिन, भगवान विष्णु चार महीने के अंतराल के बाद जागेंगे जिसे चातुर्मास के रूप में जाना जाता है। इस दिन से सभी शुभ कार्य शुरू हो जायेंगे जैसे विवाह, सगाई और मुंडन आदि।
पूजन विधि
इस दिन भक्त पूजा अनुष्ठान लोग सुबह जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं। वह भगवान विष्णु की मूर्ति रखते हैं और पंचामृत, फल, तुलसी पत्र और भोग प्रसाद चढ़ाते हैं। अपने पितरों को दीया जलाकर, गन्ना, सिंघाड़ा और सेवइयां अर्पित करके प्रार्थना करें।
(डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें। लोकमत हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)