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Chhath Puja 2023: अस्तचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही व्रतियों ने पूरा किया पहला चरण, सोमवार की सुबह देंगी उदयगामी सूर्य को अर्घ्य

By एस पी सिन्हा | Updated: November 19, 2023 16:49 IST

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पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य अर्थात अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही व्रतियों का पहला चरण समाप्त हो गया। व्रती अगले दिन सुबह उगते हुए सूर्य यानी उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगी। एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। 

बता दें कि शाम को व्रती बांस से बने दउरा में ठेकुआ, ईख, फल समेत अन्य प्रसाद लेकर नदी,तालाब या अन्य जलाशयों में जाकर शाम के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं। केवल छठ में ही अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का प्रावधान है। ऐसी मान्यता है कि सायंकाल में सूर्यदेव और उनकी पत्नी देवी प्रत्युषा की भी उपासना की जाती है। जल में खड़े होकर सूप में फल, ठेकुआ रख कर अर्घ्य देने की परंपरा है। 

वहीं 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही उनका व्रत पूरा होगा। मान्यता है कि सूर्य षष्ठी का व्रत आरोग्यता, सौभाग्य व संतान के लिए किया जाता है। मानसिक शांति व जीवन में उन्नति होती है। इस व्रत को छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा और डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। इस बीच वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत कीरतपुर में एक राजद कार्यकर्ता ने छठ  घाट पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का प्रतिमा लगाकर पूजा अर्चना की। 

छठ घाट का नाम तेजस्वी यादव घाट रख दिया। समर्थकों ने छठी मैया से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की प्रार्थना की। उधर, इस साल भी सात समंदर पार से आकर विदेशी श्रद्धालु बोधगया में छठ पर्व में शामिल हो रहे हैं। छठ पर्व पर आस्थावान जापानी और नीदरलैंड के महिला श्रद्धालु गया में छठ का प्रसाद बनाते नजर आये। दरअसल, जापान की एक महिला यूको मोमो ने गया में छठ पूजा का अनुष्ठान की है। इस पर्व में शामिल होने के लिए सात समंदर पार से कुछ और लोग आए है जो पहले भी छठ पूजा में शामिल हुए थे। 

इसके अलावा नीदरलैंड के दो श्रद्धालु भी लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में शामिल होकर भगवान भास्कर का पूजा करेंगे। इस दौरान नीदरलैंड से आए जोशिम ने बताया कि छठ पर्व के बारे में केवल सुना था। उन्होंने कहा कि आज बहुत ही सुनहरा मौका है की आज हम इस महान पर्व में शामिल है। उन्होंने कहा की ये एक ऐसी पूजा है जिसमे सूर्य का पूजा किया जाता है। यहां के लोग सूर्य को भगवान का दर्जा देते है। ये बहुत ही बड़ी बात है।

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