Chaitra Navratri 2020: साफ-सफाई सहित इन 5 बातों को जरूर रखें ध्यान, नहीं तो मां दुर्गा होंगी नाराज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 23, 2020 01:06 PM2020-03-23T13:06:28+5:302020-03-23T16:23:04+5:30
Chaitra Navratri 2020: इस साल चैत्र नवरात्रि 25 मार्च (बुधवार) से शुरू हो रहा है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा होती है.
हिन्दू पौराणिक मान्यताओं में नवरात्रि का विशेष महत्व है। गुप्त नवरात्रि, दिवाली से पहले नवरात्रि, शिव नवरात्रि के अलावा चैत्र नवरात्रि या चैती नवरात्रि में मां दुर्गा के भी रूपों की पूजा होती है। इस बार चैत नवरात्रि 25 मार्च से शुरू हो रहा है और दो अप्रैल को खत्म होगा। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के उपासक उन्हें प्रसन्न करने के लिए 9 दिनों का विशेष व्रत रखते हैं।
किसी भी व्रत के दौरान सावधानियां बरतनी जरूरी होती है। पूजा-पाठ के अलावा मन-तन की शुद्धि अनिवार्य मानी जाती है। नवरात्रि में उपासक अपने घर में कलश स्थापन कर मां दुर्गा की उपासना करता है। लेकिन इस दौरान कुछ चीजों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। अगर इन चीजों को नहीं किया तो मां दुर्गा नाराज भी हो सकती है। आइये जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी:
साफ-सफाई का ध्यान
नवरात्रि के दौरान घर में साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जिस घर में कलश स्थापन हुआ है, वहां आस-पास कोई गंदगी नहीं होनी चाहिए। परिवार के प्रत्येक सदस्य को नवरात्रि शुरू होने से पहले ही बढ़े हुए नाखून और बाल भी काट लेने चाहिए।
ब्रह्मचर्य का पालन
अगर आप या आपकी पत्नी नवरात्रि व्रत रख रही हैं तो दोनों का ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार साफ मन से माता दुर्गा की पूजा करने से उपासक की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
सुबह-शाम करें आरती
घर में कलश स्थापना होने के साथ ही सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती जरूर करें। इसके अलावा कलश स्थापना वाले घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए। किसी ना किसी एक व्यक्ति को वहां जरूर रहना चाहिए।
घर में या पड़ोसी से कलह ना करें
वैसे तो आपको कभी भी घर के किसी सदस्य या पड़ोसी से झगड़ा नहीं करना चाहिए। नवरात्रि के दिनों मां दुर्गा का ध्यान करते हुए अपने मन शांत रखने का प्रयास करना चाहिए। मन शांत होते ही आपके अंदर क्रोध की भावना भी विलुप्त हो जाएगी। मान्यता है कि जिन घरों में कलह होती रहती है, उन घरों मां लक्ष्मी भी वास नहीं करती हैं।
सात्विक आहार
नौ दिनों के कुछ लोग लहसुन-प्याज खाना छोड़ देते हैं, इसके अलावा कुछ लोग फलाहार पर रहते हैं। नवरात्रि में पूरी तरह से मांस-मदिरा त्यागकर सिर्फ सात्विक आहार का ही सेवन करें।