जयपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 23 सितंबर को राजस्थान पहुंचे। राजस्थान के जयपुर में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने जातिगत जनगणना की वकालत करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से डरते हैं। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना के आंकड़े देश के सामने रखने चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि संसद व विधानसभाओं में महिला आरक्षण को आज ही लागू किया जा सकता है लेकिन केंद्र सरकार परिसीमन व नयी जनगणना का बहाना बनाकर इसे 10 साल टालना चाहती है।
राहुल ने कहा, "हमने महिला आरक्षण का पूरा समर्थन किया है। राजीव गांधी जी पंचायती राज में महिला आरक्षण लाए थे। लेकिन हमारे 2-3 सवाल हैं। OBC महिलाओं के लिए आरक्षण क्यों नहीं? महिला आरक्षण लागू करने से पहले जनगणना और परिसीमन की जरूरत क्यों है? हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण आज लागू हो, OBC महिलाओं को आरक्षण का फायदा मिले।"
राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जातिगत जनगणना की वकालत की और कहा कि अगर हम अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को भागीदारी देने की बात करते है तो बिना जातिगत जनगणना के यह नहीं किया जा सकता है। अगर प्रधानमंत्री 24 घंटे ओबीसी की बात करते हैं, ओबीसी की इज्जत की बात करते हैं, तो फिर प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं?
राहुल ने कहा कि देश में भाजपा व कांग्रेस पार्टी में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। राहुल ने कहा कि अगर आप भाजपा कार्यकर्ताओं से अडाणी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रिश्ते के बारे में पूछेंगे तो वे भाग जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, "कुछ दिन पहले मैंने संसद में अडानी पर भाषण दिया। उसके बाद मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। यह इसलिए किया गया क्योंकि इन्हें- 'डर लगता है'। आप किसी भी BJP कार्यकर्ता से पूछ लीजिए कि PM मोदी और अडानी का क्या रिश्ता है, वो भाग जाएगा।"
कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य नेता मौजूद रहे।