कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आठ चरण में हो रहे मतदान सवाल पर उठाए। सीएम ने कहा कि किसके इशारे पर हो रहा है। राज्य की जनता को सब पता है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने चुनावी कार्यक्रम पर कहा कि मैं चुनाव आयोग के फैसले का सम्मान करता हूं, लेकिन जिलों में तोड़-फोड़ क्यों। दक्षिण 24 परगना हमारा गढ़ है, वहां मतदान 3 अलग-अलग चरणों में होगा। क्या बंगाल में चुनाव की तारीखें नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सुझाव के अनुसार घोषित की गईं हैं?
आठ चरण में विधानसभा चुनाव
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में आठ चरण में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा पर कहा कि अन्य राज्यों में एक ही दिन मतदान होगा। आठ चरण में चुनाव से कई सवाल उठाया। मैं बंगाल की बेटी हूं, भाजपा से कहीं बेहतर राज्य को जानती हूं, आठ चरणों के बावजूद हम जीतेंगे।
‘‘भगवा खेमे की आंखों से’’ नहीं देखना चाहिए
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में आठ चरण में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें संदेह है कि तारीखों की घोषणा भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार की गई है। बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को राज्य को ‘‘भगवा खेमे की आंखों से’’ नहीं देखना चाहिए, उनका इशारा भाजपा की ओर था।
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग का पूरा सम्मान करते हुए मैं यह कहना चाहती हूं कि इस पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि बंगाल में कई चरणों में चुनाव क्यों होंगे, जबकि अन्य राज्यों में एक चरण में मतदान होगा। यदि चुनाव आयोग लोगों को न्याय प्रदान नहीं करता तो लोग, कहां जाएंगे।’’
बनर्जी ने कहा कि ‘‘इन सभी चालों’’ के बावजूद, वह चुनाव जीतेंगी
बनर्जी ने कहा कि ‘‘इन सभी चालों’’ के बावजूद, वह चुनाव जीतेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनाव की तारीखें उसी अनुरूप हैं, जिस तरह से भाजपा चाहती थी। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के सुझावों के अनुसार तारीखों की घोषणा की गई है?
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री राज्य के चुनाव के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग नहीं कर सकते हैं।’’ बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बारे में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वह राज्य की बेटी हैं और बंगाल को भाजपा से बेहतर जानती हैं।
केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होने से पश्चिम बंगाल में विकास की रफ्तार तेज हो जाने के दावे को लेकर भाजपा पर प्रहार करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि भगवा पार्टी का डबल इंजन का जाप राज्य में कभी मूर्त रूप नहीं ले पाएगा।
वरिष्ठ तृणमूल नेता और मंत्री ब्रत्य बसु ने संवाददाताओं से कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए भाजपा नेता केंद्र और राज्य में एक ही दल की सरकार की जरूरत पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ इस डबल इंजन की ट्रेन में आम लोगों की सवारी के लिए डिब्बे नहीं होंगे। यदि आप भाजपा शासित राज्यों में हत्याओं की संख्या एवं दलितों एवं महिलाओं पर हमलों को देखें तो ये इंजन बहुत धीमी रफ्तार से चलेंगे।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘... वे यह नहीं बता रहे हैं कि कैसे उसकी सरकार (भाजपा) रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के एजेंडे पर काम कर रही है। भगवा पार्टी बंगाल में भी कुछ ऐसा करना चाहती है। वह बस कोरपोरेट घरानों के हित में काम रही है। ’’ उन्होंने भाजपा पर मतुआ समुदाय के सदस्यों से झूठा वादा करने और उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में पिछड़ी जातियों के साथ भेदभाव बरते जाने का आरोप लगाया।
हाल ही में उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में एक रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मतुआ समुदाय के सदस्यों को नागरिकता देने का आश्वासन दिया था। मूल रूप से पूर्वी पाकिस्तान के रहने वाले मतुआ हिंदुओं में कमजोर वर्ग हैं जो विभाजन के दौरान एवं बांग्लादेश बनने के बाद भारत आये थे।
उनमें से कई को नागरिकता मिल गयी और बहुतों नागरिकता नहीं मिली। चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित किये जाने के बारे में पूछे जाने पर बसु ने कहा, ‘‘ हम तैयार हैं। हमें चुनाव आयोग द्वारा घोषित चरणों की संख्या से कोई दिक्कत नहीं है। हम तो पिछले 10 सालों से 365 दिन लोगों के बीच हैं।..’’