कोच्चि, 25 मार्चः केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने सरकार के आधार कार्यक्रम पर सवाल खड़े करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोग हैं जो अमेरिका का वीजा पाने के लिए 'श्वेत व्यक्ति के सामने निर्वस्त्र होने' के लिए तैयार होते हैं, लेकिन अपनी खुद की सरकार के साथ बुनियादी जानकारी साझा करने को लेकर 'निजता' का रोना रोते हैं।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी और संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि आधार के तहत जमा की गयी सूचना सुरक्षित है और दावा किया कि डेटा में सेंधमारी की खबरें गलत हैं।
उन्होंने आधार के आलोचकों पर तंज कसते हुए कहा, 'अमेरिका का वीजा पाने के लिए आप दस पन्नों की सूचना देते हैं, इसमें वह जानकारी होते हैं जो आपने कभी पत्नी या पति को भी नहीं देते, लेकिन एक श्वेत व्यक्ति को दे देते हैं। हमें आपके वहां जाकर फिंगरप्रिंट्स एवं आंख की पुतली स्कैन कराने और श्वेत व्यक्ति के सामने पूरी तरह निर्वस्त्र होने में कोई दिक्कत नहीं है।'
मंत्री ने कहा, 'लेकिन जब भारत सरकार, जो की आपकी अपनी सरकार है, आपसे केवल आपका नाम एवं पता मांगती है तो देश में एक बड़ी क्रांति शुरू हो जाती है। यह कहा जाता है कि यह लोगों की निजता में घुसपैठ है। मेरा मतलब है कि हम किस हद तक जा सकते हैं? सर्वोच्च न्यायालय को फैसला करने दें।'
उन्होंने शु्क्रवार की शाम को यहां केरल सरकार द्वारा आयोजित ग्लोबल डिजिटल समिट# फ्यूचर के समापन सत्र में यह सब कहा।