कमलनाथ सरकार गिराने को लेकर शिवराज सिंह के वायरल ऑडियो पर कांग्रेस का करारा वार, कहा- मोदी जी लोकतंत्र की हत्या के जिम्मेदार?
By रामदीप मिश्रा | Published: June 10, 2020 08:00 AM2020-06-10T08:00:50+5:302020-06-10T08:00:50+5:30
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को इसी साल मार्च में गिराया, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। दरअसल, बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हाथ मिलाकर मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराया और सूबे की सत्ता पर काबिज हुई।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एनडीटीवी की खबर का रिट्वीट करते हुए कहा, 'मप्र की कांग्रेस सरकार गिराने के लए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से आदेश मिला था। यह बात शिवराज चौहान ने कही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक ऑडियो में कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए। मोदी जी, लोकतंत्र की हत्या के जिम्मेदार...?'
शिवराज सिंह चौहान का वायरल टिप्पणी
वायरल वीडियो में शिवराज सिंह चौहान सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, 'केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिए नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था। कांग्रेस कह रही है धोखा तुलसी सिलावट ने न दिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न दिया, धोखा कांग्रेस ने दिया।'
मप्र की कांग्रेस सरकार गिराने के लिये बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से आदेश मिला था : शिवराज
— MP Congress (@INCMP) June 10, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एक ऑडियो में कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये।
मोदी जी,
लोकतंत्र की हत्या के ज़िम्मेदार..?https://t.co/b6ybe9jIqW
बीजेपी के पास है बहुमत
बता दें, बीजेपी ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को इसी साल मार्च में गिराया, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थामा। प्रदेश में बहुमत के लिए 104 विधायकों का होना जरूरी है, जोकि बीजेपी के पास 107 विधायक का बहुमत है, जबकि कांग्रेस के पास 92 हैं। एक समाजवादी पार्टी, तीन बसपा और चार निर्दलीय विधायक हैं। कुल मिलाकर मौजूदा समय में 230 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 206 सदस्य हैं।