लाइव न्यूज़ :

विकास दुबे की गिरफ्तारी किसी मिलीभगत का संकेत है? प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर खड़े किए कई सवाल

By विनीत कुमार | Updated: July 9, 2020 13:55 IST

अखिलेश यादव के बाद अब प्रियंका गांधी और दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर विकास दुबे की गिरफ्तारी के प्रकरण की जांच की मांग की है। प्रियंका गांधी ने साथ ही पूछा है कि इतनी सुरक्षा के बावजूद विकास कैसे उज्जैन पहुंच गया।

Open in App
ठळक मुद्देविकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल, पूछा- आरोपी उज्जैन कैसे पहुंच गयायूपी सरकार इस पूरे मामले में फेल हुई है, पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराई जाए: प्रियंका गांधी

उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे की मध्य प्रदेश में नाटकीय गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पूछा है कि अलर्ट के बावजूद कुख्यात अपराधी कैसे उज्जैन पहुंच गया और क्या ये कोई मिलीभगत है। 

साथ ही प्रियंका ने आरोप लगाए कि ये वाकया सुरक्षा के दावों की पोल भी खोलता है। प्रियंका ने राज्य सरकार से मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कुछ ऐसे ही सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने मांग की है कि सरकार जल्दी ये सच बताए कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने गैंगस्टर विकास दुबे के कॉल रिकॉर्ड भी सार्वजनिक करने की मांग की है। 

बहरहाल, प्रियंका गांधी ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद ट्वीट किया, 'कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है।' 

प्रियंका यहीं नहीं रूकी और एक ट्वीट किया। उन्होंने आगे लिखा, 'तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए।'

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट कर विकास दुबे की गिरफ्तारी की न्यायिक जांच की मांग कर डाली। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं शिवराज जी से विकास दुबे की गिरफ़्तारी या सरेंडर की न्यायिक जांच की मांग करता हूँ। इस कुख्यात गेंगस्टर के किस किस नेता व पुलिसकर्मियों से सम्पर्क हैं जांच होना चाहिए। विकास दुबे को न्यायिक हिरासत में रखते हुए इसकी पुख़्ता सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए ताकि सारे राज सामने आ सकें।'

गौरतलब है कि विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया। विकास की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि आगे की जांच के लिए विकास को यूपी पुलिस को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य मिलकर काम कर रहे हैं।

बता दें कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार विकास को महाकाल प्रशासन मंदिर के सुरक्षा में लगे कर्मियों और कुछ अन्य लोगों ने पहचाना। बाद में पूछे जाने पर उसने खुद ही खुलासा कर दिया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। विकास दुबे पर कानपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश का आरोप है। पिछले 2 जुलाई की रात की इस घटना के बाद से वह फरार चल रहा था। उस पर पुलिस ने 5 लाख रुपये तक कर दिया गया। इससे पहले गुरुवार सुबह विकास के दो और गुर्गे पुलिस द्वारा मारे गए। 

टॅग्स :विकास दुबेप्रियंका गांधीउत्तर प्रदेशकानपुरशिवराज सिंह चौहानमध्य प्रदेशदिग्विजय सिंहअखिलेश यादव
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: सीएम योगी ने मोर को अपने हाथों से दाना खिलाया, देखें वीडियो

भारतयूपी में निजी संस्थाएं संभालेंगी 7,560 सरकारी गोआश्रय स्थल, पीपीपी मॉडल पर 7,560  गोआश्रय स्थल चलाने की योजना तैयार

भारतमुजफ्फरनगर की मस्जिदों से 55 से ज्यादा लाउडस्पीकर हटाए गए

भारतपंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की गतिविधियां आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाने में देती हैं महत्वपूर्ण योगदान, मुख्यमंत्री डॉ. यादव

ज़रा हटकेVIDEO: कानपुर रेलवे स्टेशन पर निकला अजगर, यात्रियों में मची अफरा-तफरी, देखें वायरल वीडियो

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा