केरल विधानसभाः चुनाव से पहले पीसी चाको ने दिया इस्तीफा, जा सकते हैं शरद पवार के साथ
By शीलेष शर्मा | Published: March 10, 2021 08:07 PM2021-03-10T20:07:56+5:302021-03-10T20:09:25+5:30
केरल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बुधवार को कांग्रेस को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उसके वरिष्ठ नेता पी सी चाको ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की।
नई दिल्लीः केरल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे कर राज्य में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
हालांकि पार्टी के नेता मान रहे हैं कि चाको का अपना कोई बड़ा जनाधार नहीं है और वह केवल ईसाई समुदाय के एक गुट में ही पैंठ रखते हैं, इस कारण पार्टी पर उनके इस्तीफ़े से कोई असर नहीं होगा। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार चाको कांग्रेस छोड़ने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि केरल चुनाव में एनसीपी वामदलों के साथ चुनावी गठबंधन में है, शरद पवार और चाको के बीच तीन दशक से ज्यादा पुराने संबंध हैं। जब पवार ने कांग्रेस से अलग हो कर कांग्रेस एस का गठन किया था उस समय चाको कांग्रेस एस के केरल इकाई के प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये थे।
चाको ने इस्तीफ़ा देने से पहले कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि पार्टी गुटबाज़ी का शिकार बनी हुयी है ,ओमन चंडी और रमेश चेनेंथिल्ला ने अपने -अपने गुट बना कर पार्टी पर कब्ज़ा कर रखा है। सोनिया गाँधी को भेजे त्यागपत्र को हालांकि सोनिया ने अभी स्वीकार नहीं किया है।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि चाको अपने समर्थकों को टिकिट दिलाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन चांडी और चेनिनथिल्ला गुट इसके खिलाफ़ बना हुआ था। पार्टी में लंबे समय से अलग थलग पड़े चाको जब अपनी उपेक्षा से परेशान हो गये तब उन्होंने इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया।
ऐसे संकेत भी मिल रहे हैं कि भाजपा एक ईसाई चेहरे को सामने लाने के लिये इस कोशिश में जुट गयी है कि चाको को भाजपा में शामिल कर लिया जाये, लेकिन चाको भाजपा में शामिल होने की खबरों को खारिज कर चुके हैं।