लाइव न्यूज़ :

Flashback 2019: गुजरात में केवल भाजपा, कांग्रेस का सूपड़ा साफ, पहली बार लोकसभा चुनाव जीते अमित शाह

By भाषा | Updated: December 30, 2019 16:38 IST

भाजपा ने इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया। दिसंबर 2017 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी जिसके बाद विपक्षी पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। कांग्रेस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को शामिल किया और ऐसी उम्मीद थी कि उनके साथ आने से इस प्रभावशाली समुदाय में नाराजगी का उसे फायदा मिलेगा।

Open in App
ठळक मुद्देराजनीति में औपचारिक रूप से आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अहमदाबाद में अपना पहला भाषण दिया।राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री के गृह राज्य में प्रचार किया।

गुजरात में 2019 में लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत दर्ज कर सूपड़ा साफ कर दिया। इस वर्ष इस राजनीतिक खबर के अलावा तटीय राज्य के सूरत शहर में हुए आग हादसे में 22 छात्रों के मारे जाने की खबरें भी सुर्खियों में रहीं।

भाजपा ने इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया। दिसंबर 2017 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी जिसके बाद विपक्षी पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। कांग्रेस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को शामिल किया और ऐसी उम्मीद थी कि उनके साथ आने से इस प्रभावशाली समुदाय में नाराजगी का उसे फायदा मिलेगा।

राजनीति में औपचारिक रूप से आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अहमदाबाद में अपना पहला भाषण दिया जबकि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री के गृह राज्य में प्रचार किया। हालांकि 23 मई को घोषित लोकसभा चुनाव परिणामों में भाजपा ने सभी 26 सीटों पर जीत दर्ज कर विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया।

इस हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने अक्टूबर में पूरी राज्य इकाई को भंग कर दिया। राज्य में 2019 के लोकसभा चुनाव की मुख्य बात गांधीनगर से लोकसभा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का प्रवेश था। शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का स्थान लिया जो छह बार इस सीट से जीते थे।

हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन वह चुनाव नहीं लड़ सके क्योंकि दंगा मामले में उन्हें दो वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी। ओबीसी वर्ग में पाटीदार समुदाय के आरक्षण का विरोध करने वाले युवा नेता के रूप में उभरे अल्पेश ठाकोर कांग्रेस को छोड़कर जुलाई में भाजपा में शामिल हुए लेकिन अक्टूबर में उन्हें राधनपुर सीट पर हुए उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा। छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को कुछ राहत मिली और वह तीन सीटों को बनाए रखने में सफल हुई।

नौकरशाह से विदेश मंत्री बने एस जयशंकर जुलाई में गुजरात से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। इस साल सूरत में 24 मई की शाम चार मंजिला तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में आग लग गई। इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।

गोधरा हिंसा के बाद जांच के लिए गठित नानावती आयोग की रिपोर्ट को दंगों के 17 साल बाद दिसंबर में सार्वजनिक किया गया। इसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके प्रशासन को ‘क्लीन चिट’ दी गई। सितंबर में गुजरात उच्च न्यायालय ने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों द्वारा दाखिल 120 याचिकाओं को खारिज कर दिया। किसानों ने अब उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। गुजरात में इस वर्ष मानसून के दौरान कई क्षेत्रों में अधिक बारिश और बाढ़ के कारण फसलें बेकार हो गईं। 

टॅग्स :फ्लैश बैक 2019ईयर एंडर 2019कांग्रेसभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)नरेंद्र मोदीगुजरातप्रियंका गांधीराहुल गांधी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

ज़रा हटकेVIDEO: AAP विधायक गोपाल इटालिया पर जूता फेंका, देखें वायरल वीडियो

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा