प्रवासी मजदूरों की यात्राः कर्नाटक मंत्री बोले-कांग्रेस और नीरो में अंतर नहीं, ...जब रोम जल रहा था तब वह भी तुच्छ चीजों में लिप्त था
By भाषा | Published: May 5, 2020 02:28 PM2020-05-05T14:28:30+5:302020-05-05T14:31:41+5:30
कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने कांग्रेस पर हमला बोला है। बीएस सरकार में मंत्री ने कहा कि उनकी मानसिकता रोमन सम्राट नीरो की तरह है। कैमरे पर चिल्ला-चिल्ला कर नौटंकी कर रहे हैं।
बेंगलुरुः कांग्रेस के प्रवासी मजदूरों की यात्रा का भार उठाने को ‘‘नौटंकी’’ करार देते हुए कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने पार्टी पर कोविड-19 के मामले पर ‘‘राजनीति करने’’ का आरोप लगाया और उनकी मानसिकता की तुलना रोमन सम्राट नीरो से की।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नियमों के तहत जरूरतमंदों को पैसे देने की बजाय अपना प्रचार कर रही है। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस को सड़कों पर घूम-घूम कर मजदूरों के लिए बसों और ट्रेनों का भाड़ा देने का प्रचार करता देख, यह स्पष्ट है कि यह एक बड़ी नौटंकी है। नियमों के तहत जरूरतमंदों को पैसे देने की बजाय, वे इस बारे में कैमरे के सामने चिल्ला-चिल्ला के दावे कर रहे हैं।’’
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आपकी और नीरो की मानसिकता में कोई फर्क नहीं है। कोरोना वायरस जैसे मामले पर भी राजनीतिक करना और उसका फायदा उठाना....जब रोम जल रहा था तब नीरो भी तुच्छ चीजों में लिप्त था।
कांग्रेस ने सोमवार को कहा था कि उसकी राज्य इकाइयां लॉकडाउन के कारण देशभर में फंसे उन प्रवासी मजदूरों का रेल का भाड़ा देगी जो विशेष ट्रेनों से गृह निवास लौट रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डी. के. शिवकुमार ने कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम को पार्टी की ओर से एक करोड़ रुपये का चेक देने की घोषणा भी की है ताकि कामकाजी वर्ग और मजदूरों के लिए मुफ्त बसें चलाई जा सकें, जो अधिक किराया होने की वजह से यात्रा नहीं कर पा रहे हैं।
तेलंगाना से 1,200 प्रवासी मजदूरों को लेकर बिहार रवाना हुई विशेष ट्रेन
हैदराबाद के पास घाटकेसर से एक विशेष ट्रेन करीब 1,200 श्रमिकों को बिहार के खगड़िया के लिए लेकर मंगलवार को रवाना हुई। दक्षिण मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “श्रमिक विशेष रेलगाड़ी आज सुबह बिहार में खगड़िया के लिए रवाना हुई। ट्रेन में सवार होने से पहले सभी यात्रियों की जांच की गई।” तेलंगाना में श्रमिकों के लिए चलायी गयी यह दूसरी रेलगाड़ी है। दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकारी ने बताया कि इसी तरह, आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के पास रयानापाडु से एक अन्य ट्रेन महाराष्ट्र के चंद्रपुर के लिए रवाना हुई।
रचकोंडा पुलिस ने एक बयान में कहा कि ट्रेन घाटकेसर स्टेशन से तड़के तीन बजकर पांच मिनट पर खगड़िया के लिए रवाना हुई। रचकोंडा पुलिस आयुक्त महेश भागवत, मेडचल कलेक्टर वेंकटेश्वरलू और दक्षिण मध्य रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रस्थान का निरीक्षण किया। सोमवार रात जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि तेलंगाना में फंसे श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक ले जाने के लिए एक हफ्ते तक प्रतिदिन करीब 40 ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
ये रेलगाड़ियां वारंगल, खम्मम और रामगुंडम समेत शहर के विभिन्न स्टेशनों से प्रस्थान करेंगी। ये ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के विभिन्न गंतव्य स्थानों तक जाएंगी। एक मई को पहली ट्रेन 1,225 श्रमिकों को यहां के लिंगमपल्ली स्टेशन से झारखंड के हटिया लेकर गई थी। रेल मंत्रालय द्वारा उनकी वापसी के राज्य सरकार के अनुरोध को स्वीकार करने के बाद यह ट्रेन चलाई गई थी। कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बाद से कई दिनों तक रेल सेवाएं बंद रहने के बाद रेलवे द्वारा चलाई गई यह पहली विशेष रेलगाड़ी थी।