महाराष्ट्रः भाजपा एकनाथ खडसे को दे सकती है राज्यसभा का टिकट, सियासी अटकलें तेज
By गुणातीत ओझा | Updated: March 7, 2020 13:10 IST2020-03-07T13:10:35+5:302020-03-07T13:10:35+5:30
राज्यसभा के लिए माहाराष्ट्र में भाजपा की जो सीटें खाली हो रही हैं, उसमें से एक सीट के लिए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का नाम तय माना जा रहा है, दूसरी सीट के लिए एकनाथ खडसे के नाम की चर्चा भी जोरों पर है।

महाराष्ट्र से एकनाथ खडसे को राज्यसभा भेज सकती है भाजपा
राज्यसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में सियासी घमासान तेज हो गया है। इस बीच खबर आ रही है कि भाजपा अपने उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगभग लगा चुकी है। सूत्रों की मानें तो भाजपा एकनाथ खडसे, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले और उदयनराजे भोंसले को राज्यसभा का टिकट देने वाली है। उधर एनसीपी ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार और राज्य की पूर्व मंत्री फौजिया खान को नामित करने का फैसला किया है।
राज्यसभा की 55 सीटों और महाराष्ट्र की सात सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होने वाले हैं। इन सीटों के मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है। महाराष्ट्र की 7 राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव में राकांपा प्रमुख शरद पवार और उनकी पार्टी की ही नेता फौजिया खान के नाम तय कर लिए गए हैं। शरद पवार का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल में खत्म हो रहा है। पार्टी ने उन्हें फिर से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। वहीं राकांपा के राज्यसभा सदस्य माजिद मेमन का कार्यकाल खत्म होने के कारण खाली हो रही दूसरी सीट पर पार्टी ने मुस्लिम महिला चेहरा उतारने का फैसला किया है। फौजिया खान पूर्व मंत्री है।
भाजपा की जो सीटें खाली हो रही हैं, उसमें से एक सीट के लिए केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का नाम तय माना जा रहा है। आज शनिवार को एकनाथ खडसे के नाम को लेकर भी सियासी चर्चाएं होती रहीं। दूसरी सीट के लिए भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सदस्य संजय काकडे भी प्रयास में जुटे हैं, क्योंकि उनका कार्यकाल समाप्त होने से ही यह सीट खाली हो रही है। वह फिर से उम्मीदवारी चाहते हैं। दूसरी तरफ भाजपा पर छत्रपति शिवाजी महाराज की सातारा गद्दी के वशंज उदयनराजे भोंसले को राज्यसभा भेजने का दवाब है। भाजपा ने उन्हें सातारा लोकसभा सीट के उपचुनाव में उतारा था। उदयनराजे भाजपा के लिए लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर आए थे। लोकसभा के उपचुनाव में राकांपा उम्मीदवार ने उन्हें हरा दिया था।