Shani Jayanti 2022: शनि जयंती पर करें ये काम, शनि की महादशा होगी दूर, होगा घन लाभ और दूर होंगे कष्ट

By संदीप दाहिमा | Published: May 24, 2022 04:05 PM2022-05-24T16:05:08+5:302022-05-24T16:11:03+5:30

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हिंदू पंचांग के अनुसार, शनि जयंती प्रति वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान शनिदेव का जन्म हुआ था। इस साल शनि जयंती 30 मई सोमवार को मनाई जाएगी।

इस दिन प्रातः काल से ही सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा। शनिदेव की पूजा के दिन अभिजीत मुहूर्त भी है।

शुभ मुहूर्त- अमावस्या तिथि प्रारम्भ - मई 29, 2022 को दोपहर 02:54 बजे, अमावस्या तिथि समाप्त - मई 30, 2022 को शाम 04:59 बजे

शनि जयंती पूजा विधि- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं, व्रत का संकल्प करें, शनिदेव के मंदिर जाएं तेल, पुष्प अर्पित करें, शनि चालीसा का पाठ करें, शाम को विधि-विधान के साथ व्रत खोलें, इस पावन दिन पर शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करें।

करें ये उपाय- पीपल के पेड़ के नीचे शनिदेव की मूर्ति के पास तेल चढ़ाएं।

चीटियों को काला तिल और गुड़ खिलाएं, चमड़े के जूते चप्पल गरीबों में दान करें।

पीपल के पेड़ में केसर, चन्दन, फूल आदि अपिर्त करके तेल का दीपक जलाएं, यदि नीलम धारण किया हुआ है तो इसे शनि जयंती पर उतार दें।