Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का महत्व, जानिए 5 धार्मिक-वैज्ञानिक कारण

By रुस्तम राणा | Published: February 9, 2024 02:32 PM2024-02-09T14:32:32+5:302024-02-09T14:32:32+5:30

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Basant Panchami 2024: इस साल बसंत पंचमी पर्व 14 फरवरी, 2024 बुधवार को मनाया जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल पक्ष की पचमी को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन ज्ञान एवं सुरों की देवी मां सरस्वती की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है। बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का विशेष महत्व होता है।

इस दिन पीला वस्त्र पहनना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन लोग ना सिर्फ पीले वस्त्र पहनते हैं बल्कि पीले रंग के भोजन भी ग्रहण करते हैं। पीले लड्डू और केसरयुक्त खीर बना कर मां सरस्वती और भगवान कृष्ण और भगवान विष्णु को अर्पित किया जाता है।

बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती को पीले रंग के चावल, पीले लड्डू और केसर की खीर का भी भोग लगाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन लोग पीले कपड़े पहनकर मां सरस्वती की पूजा करते हैं।

इस दिन पीले वस्त्र धारण करते हैं, पीले रंग का भोजन बनाते हैं। घरों को पीले रंग के फूलों से सजाया जाता हैं। बच्चे की पहली शिक्षा शुरू करने के लिए बसंत पंचमी का दिन शुभ दिन माना जाता है। इस दिन लोग पतंग उड़ाते हैं और हवा में रंगों का उत्सव मनाते हैं।

बसंत ऋतु को पीले रंग का प्रतीक माना जाता है। बसंत ऋतु एक ऐसी ऋतु है जिसमें ना बहुत ज्यादा ठंड का एहसास होता है ना गर्मी का। इस मौसम में चारों तरफ पीली सरसों के फूल से लहलहाते खेत दिखाई देते हैं जो मन में ऊर्जा और उमंग का भाव भर देते हैं।

विज्ञान के लिहाज से भी देखें तो पीले रंग का बहुत महत्व है। यह रंग मन को मजबूत करता है। ये रंग हमारे नर्वस सिस्टम पर असर डालता है जिससे दिमाग में सेरोटोनिन हॉर्मोन निकलता है। पीला रंग मानसिक तनाव को दूर करता है। पीला रंग आपका उत्साह बढ़ाता है और दिमाग को एक्टिव रखता है।