1 / 8माँ, बहन, पत्नी, बेटी है वो, जीवन के हर सुख-दुख में शामिल है वो.2 / 8अब तो तू अपनी शक्ति को पहचान, कृष्ण से पहले लोग लेते हैं राधा का नाम.3 / 8नारी जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आंचल में हैं दूध और आँखों में पानी.4 / 8नारी सशक्तिकरण का क्या अर्थ हैं, यदि नारी का सम्मान नहीं कर सके तो सब व्यर्थ हैं.5 / 8दिन की रौशनी ख्वाबों को बनाने में गुजर गई, रात की नींद बच्चे को सुलाने में गुजर गई, जिस घर में मेरे नाम की तख्ती भी नही, साड़ी उम्र उस घर को सजाने में गुजर गई.6 / 8जिसने बस त्याग ही त्याग किए जो बस दूसरों के लिए जिए फिर क्यों उसको धिक्कार दो उसे जीने का अधिकार दो7 / 8क्यों त्याग करे नारी केवल क्यों नर दिखलाए झूठा बल नारी जो जिद्द पर आ जाए अबला से चण्डी बन जाए उस पर न करो कोई अत्याचार तो सुखी रहेगा घर-परिवार8 / 8नारी तुम केवलश्रद्धा हो , विश्वास रजतनग पग तल में पीयूष स्रोत सी बहा करो , जीवन के सुन्दर समतल में