1 / 9जदयू नेता नीतीश कुमार 16 नवंबर को सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं। आइए, आज उनके हर करियर पर एक नजर डालते हैं...2 / 9नीतीश कुमार ने पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि समर्थन के अभाव में उनकी सरकार सिर्फ सात दिनों में गिर गई।3 / 92005 की शुरुआत में बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। इसलिए राज्य विधानसभा चुनाव फिर से करवाए गए। इस चुनाव में जनता ने स्पष्ट रूप से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए को वोट दिया था।4 / 9NDA ने 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी। उसके बाद नीतीश कुमार तीसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। हालांकि इस बीच भाजपा ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया।5 / 92014 में मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के कुछ समय बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में लौटे। मजबूर होकर जीतनराम मांझी को इस्तीफा देना पड़ा और 22 फरवरी, 2015 को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने।6 / 9नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में ग्रैंड अलायंस ने भारी बहुमत हासिल किया। राजद सबसे बड़ी पार्टी बन गई।7 / 9रातोंरात हुई घटनाओं में गठबंधन छोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ सरकार बनाई थी।8 / 9हालांकि नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं। 2014 में, उन्होंने मुख्यमंत्री का पद जीतनराम मांझी को सौंप दिया था। वहीं 2017 में उनके कार्यकाल को दो चरणों में विभाजित किया गया था, क्योंकि वह महाविकास अगाड़ी के साथ संबंध तोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे।9 / 9अब आज एक बार फिर नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। अब समय ही बताएगा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका सातवां कार्यकाल कब तक चलेगा।