Chhattisgarh: ओबीसी से लेकर आदिवासी महिला तक, कौन होगा अगला सीएम? ये 4 चेहरे सबसे आगे

By रुस्तम राणा | Published: December 7, 2023 06:45 PM2023-12-07T18:45:21+5:302023-12-07T18:45:21+5:30

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने छत्तीसगढ़ संविधान सभा चुनाव में 54 सीटें हासिल करके बहुमत हासिल किया और सरकार बनाने को तैयार है। हालांकि भाजपा अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा? ओबीसी चेहरा से लेकर आदिवासी महिला तक, सीएम पद की रेस में ये 5 नाम सबसे आगे हैं।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह इस रेस में बने हुए हैं। उन्हें शासन चलाने का 15 वर्ष का अनुभव है। हाल में जब सिंह से सवाल किया गया कि क्या वह फिर से सीएम बनना चाहते हैं, तो सिंह ने कहा, “अगर पार्टी मुझे मौका देती है तो इनकार नहीं करूंगा।”

अरुण साव राज्य भाजपा अध्यक्ष हैं और बिलासपुर सांसद भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेताओं में से एक हैं। वह भी मुख्यमंत्री पद की रेस में है। साव का छत्तीसगढ़ के लगभग 51 गैर-आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों में प्रभाव है और वह साहू समाज से आते हैं जो राज्य में सबसे बड़ा ओबीसी समुदाय है।

रेणुका सिंह केंद्रीय जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। अगर बीजेपी पहली आदिवासी महिला को सीएम बनाना चाहती है तो वह आदर्श विकल्प हो सकती हैं। उन्होंने भरतपुर-सोनहत निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के गुलाब कामोर के खिलाफ चुनाव लड़ा और 5,433 वोटों से जीत हासिल की।

दो बार मंत्री रहे केदार कश्यप, जो 2003 से 2018 तक विधायक रहे, भाजपा के उल्लेखनीय आदिवासी चेहरों में से हैं। उन्होंने नारायणपुर निर्वाचन क्षेत्र में कश्यप ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक चंदन कश्यप के खिलाफ चुनाव लड़ा और 17,755 वोटों से जीत हासिल की।