Bone health: हड्डियां कमजोर होने के 5 लक्षण, तुरंत करा लें जांच नहीं तो पड़ेगा पछताना

By संदीप दाहिमा | Published: September 20, 2022 12:03 PM2022-09-20T12:03:31+5:302022-09-20T16:26:58+5:30

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जोड़ों से आने वाली आवाज को मेडिकल भाषा में क्रेपिटस कहा जाता है। क्रेपिटस सामान्य लोगों के जोड़ों को हिलाने-डुलाने पर आने वाली ध्वनि का मेडिकल नाम है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जोड़ों के भीतर रहने वाले द्रव में हवा के छोटे बुलबुले फूटते हैं। इन्हीं बुलबुलों के फूटने से यह आवाज पैदा होती है। कई बार जोड़ों के बाहर मौजूद मांसपेशियों के टेंडन या लिगामेंट्स की रगड़ से भी आवाज सुनाई देती है।

जोड़ों में हल्की चटकने की आवाज आना ऑस्टियोआर्थराइटिस का संकेत हो सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस एक तरह का गठिया रोग है, जिसमें हड्डियों के सिरों पर लचीले ऊतकों की संख्या कम हो जाती है।

अगर किसी बच्चे या किशोरावस्था में हड्डियों से कट-कट की आवाज आ रही है और उसकी हड्डियों में कोई दर्द या परेशानी का अनुभव नहीं हो रहा है तो परेशानी की कोई बात नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि बच्च्चे की हड्डियां कमजोर हैं या उसके शरीर में कैल्शियम की कमी है।

हड्डियों के कमजोर होने का लक्षण पकड़ कमजोर होना, नाखूनों का कमजोर होना, मसूड़ों का कमजोर होना, ऐंठन, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों में दर्द, शरीर झुकना, फिटनेस में कमी आदि हड्डियों के कमजोर होने लक्षण हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर आपको सतर्क हो जाना चाहिए।

हड्डियों से जुड़ी किसी भी समस्या का हल्के में नहीं लेना चाहिए और लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। हालांकि कुछ मौसमी फल भी हैं जिनके सेवन से आपको कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।