दिल की बीमारी के 7 शुरुआती लक्षण, समय रहते करें इलाज, हृदय रहेगा स्वस्थ

By संदीप दाहिमा | Published: March 23, 2021 07:32 AM2021-03-23T07:32:09+5:302021-03-23T07:32:09+5:30

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अनियमित दिल की धड़कन में लक्षण: इसमें छाती में फड़फड़ाहट, दिल की धड़कन बढ़ना, धीमी गति से धड़कन, सीने में दर्द या बेचैनी, सांस में कमी, चक्कर, सिर चकराना और बेहोशी शामिल है।

दिल में कोई नुकसान होने लक्षण : पीला ग्रे या नीला त्वचा का रंग, पैरों, पेट या आंखों के आसपास के क्षेत्रों में सूजन, एक शिशु में, दूध पिलाने के दौरान सांस की तकलीफ, जिससे वजन कम होता है आदि शामिल हैं।

दिल में इन्फेक्शन के लक्षण: बुखार, साँसों की कमी, कमजोरी या थकान, आपके पैरों या पेट में सूजन, आपके हृदय की लय में परिवर्तन, सूखी या लगातार खांसी, त्वचा पर चकत्ते या असामान्य धब्बे होना शामिल हैं।

हार्ट वाल्व के लक्षण: थकान, साँसों की कमी, अनियमित दिल की धड़कन, सूजे हुए पैर या टखने, छाती में दर्द और बेहोशी शामिल है।

दिल की मांसपेशियों के लक्षण: गतिविधि के साथ या आराम करने पर सांस फूलना, पैरों, टखनों और पैरों की सूजन, थकान, अनियमित दिल की धड़कन, चक्कर आना, आलस्य और बेहोशी शामिल है।

हृदय रोग के कारण: हृदय रोग का सबसे प्रमुख कारण धूम्रपान करना, पारिवार में किसी को इस बीमारी का होना, बहुत ज्यादा मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप होना, सुस्त जीवनशैली का का होना, दैनिक जीवन में शारीरिक श्रम न करना, बहुत ज्यादा तनाव लेना और फास्टफूड का सेवन करना।