मसूड़ों और दांतों से खून आने का इलाज, अपनाएं ये 8 उपाय, मुंह की बदबू से भी मिलेगा छुटकारा

By संदीप दाहिमा | Updated: January 12, 2022 19:29 IST2022-01-12T19:19:03+5:302022-01-12T19:29:53+5:30

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मसूड़ों से खून आना खराब ओरल हाजीन का संकेत हो सकता है. मसूड़े की रेखा पर पट्टिका का निर्माण होने पर वो फूल जाते हैं और उनमें खून आता है। पट्टिका एक चिपचिपी पदार्थ है जिसमें बैक्टीरिया होते हैं जो आपके दांतों और मसूड़ों को कवर कर सकते हैं। यदि आप ब्रश नहीं करते हैं या पर्याप्त फ्लॉस करते हैं, तो बैक्टीरिया फैल सकता है और दांतों की सड़न या मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है। ओरल हाइजीन के लिए दांतों को रोजाना कम से कम दो बार ब्रश करें और दिन में एक बार फ्लॉस करें।

विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है और मसूड़ों के संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है जिससे मसूड़ों से रक्तस्राव होता है। इसके लिए आपको संतरे, मीठे आलू, लाल मिर्च और गाजर आदि का खूब सेवन करना चाहिए।

विटामिन के से भरपूर चीजें खाने से मसूड़ों से खून आना भी कम हो सकता है। विटामिन K आपके रक्त के थक्के को बनाने में मदद करता है। इसकी कमी से आसानी से रक्तस्राव हो सकता है। इसके लिए आपको पालक, हरा कोलार्ड, गोभी, सरसों का साग जैसी चीजों का सेवन करना चाहिए।

इनके अलावा आपको कार्बोहाइड्रेट और ग्रीन टी का सेवन बढ़ा देना चाहिए। आप कोल्ड कॉम्प्रेस या नमक के पानी से कुल्ला करना भी शुरू सजते हैं। इन उपायों से आपको दांत या मसूड़ों से खून आने की समस्या से राहत मिल सकती है।

एक अध्ययन के अनुसार पीरियडोंटल बीमारी और भावनात्मक तनाव के बीच जोड़ है। तनाव का प्रतिरक्षा प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप शरीर की सुरक्षा कमजोर हो सकती है, जहां यह मसूड़ों के संक्रमण से नहीं लड़ सकता है।

फेफड़ों के कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने के अलावा, स्मोकिंग मसूड़ों के रोग से जुड़ा है। धूम्रपान आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कम कर सकता है, जिससे आपके शरीर के लिए पट्टिका बैक्टीरिया से लड़ना कठिन हो जाता है। इससे मसूड़ों की बीमारी हो सकती है।