कोरोना से सांस लेने में हो रही दिक्कत, या फिर दिखें ये 6 लक्षण, डॉक्टर से करें संपंर्क

By संदीप दाहिमा | Published: May 20, 2021 11:14 AM2021-05-20T11:14:05+5:302021-05-20T11:14:05+5:30

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यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि कोरोना के हल्के मामलों में भी सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलना हो सकता है। हालांकि यह उस समय गंभीर हो जाता है जब रोगी को कोरोना निमोनिया हो जाता है।

सांस लेने में तकलीफ का सबसे आम संकेत धीमी गति से सांस लेना है। यदि आप अपने आप को हवा के लिए हांफते हुए पाते हैं या एक दिन में बार-बार सांस लेने में कठिनाई का अनुभव करते हैं, तो यह कोरोना से जुड़ी हल्की सांस फूलने का संकेत हो सकता है। सांस लेने में कठिनाई पुरानी खांसी के साथ भी हो सकती है। अपने श्वास और ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर की निगरानी करना न भूलें।

एक दिन में बार-बार दिखाई देने वाली छोटी सांस के अगर आपको बोलने में कठिनाई हो रही है तो इस तरह का संकेत चिंताजनक हो सकता है। इस स्तर पर, कुछ रोगियों को सांस लेने के व्यायाम, फेफड़ों को मजबूत करने वाली चालों को शामिल करके भी लाभ हो सकता है, प्रोनिंग पोजीशन से भी फायदा हो सकता है जोकि शरीर में ऑक्सीजन को बढ़ाने के लिए चिकित्सकीय विधि है। बाहरी ऑक्सीजन सहायता की भी सलाह दी जा सकती है।

इसका मतलब है कि मरीज में ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है जिसे हाइपोक्सिया कहा जाता है। इस स्थिति में मरीज को दो या तीन शब्द एक बार में बोलने में दर्द होता है। ऐसे संकेतों की लगातार निगरानी और ​ऑक्सीजन थेरेपी की आवश्यकता होती है।

उपरोक्त लक्षणों के अलावा रोगी को कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जिसके लिए गंभीर देखभाल की आवश्यकता होती है। इन लक्षणों में ऑक्सीजन लेवल कम होना, सीने में दर्द, बेचैन, तेज बुखार, लगातार खांसी आना आदि शामिल हैं।