अस्थमा अटैक से बचने के लिए, सर्दियों में इन 5 बातों का ध्यान रखें दमा के मरीज

By संदीप दाहिमा | Published: November 12, 2021 05:21 PM2021-11-12T17:21:46+5:302021-11-12T17:31:00+5:30

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सर्दियों का मौसम अस्थमा मरीजों के लिए हर तरह से नुकसानदायक है। इस मौसम में अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी में खासी, सांस लेने में दिक्कत जैसी कई समस्याएं आती हैं।

सर्दियों में श्वास नलियां सिकुड़ने लगती है और कफ भी ज्यादा बनता है। धुंआ और वातावरण में घुले तत्व पूरी तरह आसमान में ऊपर नहीं जा पाते जो एलर्गन का काम करते हैं। इसलिए अस्थमा की समस्या सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है।

आप अपने बैडरूम की सफाई अच्छी तरह और नियमित रूप से करें। इससे कमरे में धूल मिट्टी नहीं रहेगी और आपकी प्रॉब्लम नहीं बढ़ेगी।

अस्थमा पेशेंट को जानवरों से थोड़ी दूर रहना चाहिए क्योंकि उनके शरीर के बालों में मौजूद धूल मिट्टी आपकी सांस नली को बंद कर सकती है।

अपने सिर को ऊंचा रखकर ही सोएं। अगर आपको जुकाम या साइनस इंफैक्शन है तो पीठ के बल लेटने से अटैक की संभवाना बढ़ सकती है। इसलिए यह प्रॉब्लम होने पर हमेशा करवट लेकर सोएं।

अस्थमा के मरीज को एक ब्ल्यू रिलीवर इन्हेलर दिया जाता है, जिसे उन्हें हमेशा अपने साथ रखना पड़ता है। जब भी आपको अस्थमा के लक्षण महसूस हो तो इन्हेलर का इस्तेमाल करें।

अपने घर को धूल और धुएं से मुक्त रखें, पूरी तरह गर्म कपड़ों से खुद को कवर रखें और एसी और तेज पंखे के नीचे बिल्कुल न बैठें। अपने शरीर को जितना गर्म रख सकते हैं, रखने की कोशि‍श करें।