लाइव न्यूज़ :

यहां इन्वेस्ट करने पर बिना रिस्क के मिलता है अच्छा रिटर्न, चुने अपना बेहतर विकल्प

By स्वाति सिंह | Updated: July 13, 2019 10:18 IST

आज के बढ़ते महंगाई के दौर में सेविंग्स के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में इन्वेस्ट करना ऑप्शन माना जा है। इसमें फिक्स्ड टाइम के लिए गारंटीड रिटर्न मिलता है।

Open in App
ठळक मुद्देहाई रिस्क से डरने वालों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट बेहतर विकल्प है। सभी बैंकों में एफडी खुलवाने पर अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं।

आजकल सेविंग के लिए पर फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में इन्वेस्ट करना ऑप्शन माना जा रहा है। एफडी में निवेश करना सबसे सुरक्षित माना जाता है। इसमें फिक्स्ड टाइम के लिए गारंटीड रिटर्न मिलता है। हाई रिस्क से डरने वालों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट बेहतर विकल्प है। इसके अलावा एफडी करने से निवेशकों का इनकम टैक्स भी बच सकता है। अगर आप अपने लिए बेहतर तरीके से एफडी की प्लानिंग करते हैं तो यह आपको भविष्य में अच्छा सपोर्ट दे सकता है। 

जरुरत पड़ने पर मैच्योरिटी से पहले भी निकाल सकते हैं पैसा  

अगर आपको किसी कारणवश पैसों की जरूरत पड़ी तो आप मैच्योरिटी पीरियड खत्म होने से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं। हाँ मगर इसके लिए फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट अकाउंट से मिले रिटर्न पर टैक्स भरना पड़ता है। 

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)

अगर आप एसबीआई में एक साल के लिए एफडी कराते हैं तो आपको 6.40 फीसदी सालाना ब्याज मिलेगा। वहीं, 2 साल की एफडी पर बैंक आपको 6.7 फीसदी ब्याज देगा और 5 साल की एफडी पर 6.8 फीसदी ब्याज मिलेगा। इसके अलावा जब आप 10 साल तक की एफडी कराते हैं तो आपको 6.85 फीसदी ब्याज मिलेगा।

तो अगर आप भी एफडी में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो कुछ बातें आपको ध्यान में रखनी बेहद जरुरी है। अगर इन छोटी-छोटी बातों का आप ध्यान रखते हैं तो आपको अच्छा फायदा मिल सकता है।

एफडी की समय और इंटरेस्ट रेट के बारे में जान लें 

इन दिनों ज्यादत लोग 6 महीने से लेकर 5 साल तक की अवधि के लिए एफडी करवाते हैं। सभी बैंकों में एफडी खुलवाने पर अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं। तो आप अपना एफडी खुलवाने से पहले अपने बैंक में एफडी की अवधि और उसपर मिलने वाला इंटरेस्ट रेट के बारे में जरुर जान लें। इसके साथ ही निश्चित अवधि से कम या उससे ज्यादा तक एफडी रखने पर आपको कितना इंटरेस्ट मिलेगा.

एक से ज्यादा जगहों पर रखें एफडी 

एक ही जगह बड़े अमाउंट की एफडी रखने से अच्छा है छोटे-छोटे अमाउंट की अलग-अलग एफडी रखें। जिससे जरूरत पड़ने पर आपको ज्यादा नुकसान ना हो। इसके साथ ही एएफडी को अलग जगहों पर रखने से इंटरेस्ट भी अलग-अलग रेट पर मिलेगा जिसका काफी फायदा मिल सकता है।

अवधि के बीच में इंटरेस्ट रेट पर नहीं होगा कोई बदलाव 

यह ध्यान रखने वाली बात है कि अवधि के बीच में कभी भी इंटरेस्ट रेट में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं हो सकता। 

टॅग्स :फिक्स्ड डिपोजिटसेविंग
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपोस्ट ऑफिस की ये 6 सेविंग स्कीम हर महिला के लिए जरूरी, चेक करें एलिजिबिलिटी और इंटरेस्ट रेट

कारोबारएक हजार रुपये से शुरू करें पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम, कुछ ही सालों में मिलेगा 4 लाख का ब्याज; जानें

कारोबारEPFO: नई नौकरी के साथ बदल गया बैंक अकाउंट तो EPFO ​​में ऐसे करें अपडेट, जानें आसान प्रोसेस

कारोबारडाकघर की धमाकेदार पेशकश, छोटी बचत से मिलेगा लाखों का फायदा, जानें स्कीम के बारे में

कारोबारक्या बढ़ने वाली है EPF के लिए बेसिक सैलरी लिमिट? जानें आपको क्या होगा फायदा, फुल डिटेल यहां

पर्सनल फाइनेंस अधिक खबरें

पर्सनल फाइनेंसPPO Number: रिटायर पेंशनभोगियों के लिए जरूर है PPO नंबर, जानें क्या है ये और ऑनलाइन कैसे करें पता

पर्सनल फाइनेंसLIC Amrit Bal Policy: बच्चों के भविष्य के लिए जरूर कराए LIC की ये पॉलिसी, जानें पूरी पॉलिसी डिटेल्स

पर्सनल फाइनेंसस्टार्टअप कंपनीज को आईपीओ बनाने की मुहिम में जुटे मोटिवेशनल स्पीकर डॉ विवेक बिंद्रा

पर्सनल फाइनेंसRBI ने Mastercard पर लगाया बैन,22 जुलाई से बैंक नहीं जारी कर पाएंगे नए मास्टर डेबिट और क्रेडिट कार्ड

पर्सनल फाइनेंसचोरी या खो गया है SBI डेबिट/एटीएम कार्ड, ऑनलाइन ऐसे कराएं ब्लॉक, बस एक फोन कॉल के जरिए इस तरह पाए नया