Australian Open 2024: रोहन बोपन्ना रोज इतिहास बना रहे हैं। पुरुष युगल रैंकिग में नंबर एक पर काबिज होने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं। वह 2013 और 2023 में अमेरिकी ओपन फाइनल में पहुंचे हैं, लेकिन ग्रैंडस्लैम खिताब नहीं जीत सके। अब 43 वर्ष की उम्र में वह अपना यह सपना पूरा करने से एक जीत दूर हैं। ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 के पुरुष युगल के सेमीफाइनल में रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन की दूसरी वरीयता प्राप्त इंडो-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी ने थॉमस माचाक और झांग झिंझेन की गैरवरीय चीनी-चेक जोड़ी को 6-3, 3-6, 7-6 (10-7) से हराया। बोपन्ना और एबडेन के अनुभव से शुरुआती सेट सर्विस प्रभुत्व में एक मास्टरक्लास था। उनका आक्रमण महत्वपूर्ण साबित हुआ।
झिंझेन और माचाक ने दूसरे सेट में जोरदार प्रदर्शन किया और बिना किसी समस्या के सेट जीत लिया। उन्होंने मैच को निर्णायक तक ले जाने के लिए भारत-ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी को दो बार तोड़ा। 9वें गेम में पलटवार करने से पहले अपने विरोधियों की सर्विस दो बार तोड़ी। आख़िरकार अनुभवी जोड़ी ने धैर्य बनाए रखा और ऐतिहासिक टाईब्रेक में सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
दूसरी वरीयता प्राप्त बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने थॉमस माचाक और झांग झिंझेन की जोड़ी को बृहस्पतिवार को तनावपूर्ण सेमीफाइनल में 6 . 3, 3 . 6, 7 . 6 (10 . 7) से हराया। करीब दो घंटे तक चले मैच में सुपर टाइ ब्रेकर्स में उनका अनुभव काम आया। एक दिन पहले ही बोपन्ना ने विश्व युगल रैंकिंग में शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया था। उन्होंने मैच में दमदार सर्विस और स्ट्रोक्स का प्रदर्शन किया।
इससे पहले अमेरिका के राजीव राम अक्टूबर 2022 में 38 वर्ष की उम्र में शीर्ष रैंकिंग पर पहुंचे थे। एबडेन रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचेंगे। बोपन्ना 2013 में पहली बार विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंचे थे। वह युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा के बाद तीसरे भारतीय होंगे। अमेरिका के आस्टिन क्राइजेक से शीर्ष स्थान लेंगे, जो दूसरे दौर में हार गए थे।
बोपन्ना ने 2017 में कनाडा की गैब्रियला डाब्रोवस्की के साथ फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता। वह पुरुष युगल में 2010 अमेरिकी ओपन में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ और 2023 में एबडेन के साथ उपविजेता रहे थे। बोपन्ना मास्टर्स 1000 टूर्नामेंट में पुरुष युगल खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी रहे। उन्होंने पिछले साल एबडेन के साथ इंडियन वेल्स टूर्नामेंट जीता था।
रोहन बोपन्ना को लगता है कि करियर के अंतिम पड़ाव में उनका युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचना भारतीय टेनिस के लिए इस समय प्रेरणादायी रहेगा क्योंकि इस समय वह खराब दौर से जूझता दिख रहा है। यह उपलब्धि सिर्फ मेरे लिए ही नहीं बल्कि भारतीय टेनिस के लिए भी काफी अहमियत रखती है। अगली पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए आपको किसी चीज की जरूरत होती है।