मैकॉय, 26 सितंबर भारतीय महिला टीम की अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने रविवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में मिली हार के बाद यहां तीसरे और आखिरी एकदिवसीय मैच में टीम को सांत्वना भरी जीत दिलाने में अहम योगदान देने की उन्हें खुशी है।
गोस्वामी ने अपने 10 ओवरों में 37 रन खर्च कर तीन अहम विकेट चटकाये और दबाव में विजयी चौका लगाया। उन्हें इस प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। इस 38 वर्षीय अनुभवी खिलाड़ी के बल्ले से निकले चौके ने ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के 26 मैचों से चले आ रहे जीत के सिलसिले को रोक दिया।
जीत के लिए 265 रन के लक्ष्य का पीछा करते भारत ने तीन गेंद शेष रहते आठ विकेट पर 266 रन बनाकर जीत दर्ज की। भारत की लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है। इस जीत के बावजूद भारतीय टीम ने श्रृंखला 1-2 से गंवा दिया।
झूलन ने मैच के बाद कहा, ‘‘ हम बस आखिर तक मैच में बने रहने और सही तरीके से खेल खत्म करने की कोशिश कर रहे थे। शुक्रवार (दूसरे एकदिवसीय में) को गेंदबाजों के लिए परिस्थितियां मुश्किल थी और आज सीनियर गेंदबाज के तौर पर मैं उदाहरण पेश करना चाहती थी। मैं नयी गेंद का अच्छी तरह से इस्तेमाल करना चाहता थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता था कि मुझे विकेट मिल सकते हैं। मैंने यही किया था। मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देना, सकारात्मकता बनाये रखना महत्वपूर्ण है और सीनियर खिलाड़ी के तौर में यही मैं यही करना चाहती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘ लगातार एक के बाद एक मैच खेलने से थोड़ी थकावट है लेकिन हम गुलाबी गेंद (दिन रात्रि) से पहली बार टेस्ट मैच खेलने को लेकर रोमांचित है।’’
झूलन ने कहा कि उन्हें इस बारे में पता नहीं था कि भारतीय टीम अपने रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा कर रही है और ऑस्ट्रेलिया की 26 मैचों से चली आ रही जीत के सिलसिले को रोकने की कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे रिकॉर्ड के बारे में पता नहीं था लेकिन जब हम ऑस्ट्रेलियाई पारी के बाद ड्रेसिंग रूम में आए तो हमें पता था कि विकेट बहुत सपाट है।’’
झूलन ने स्वीकार किया कि वह अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत कर रही है क्योंकि कोच रमेश पोवार और कप्तान मिताली राज उन से हर मैच में कम से कम 15 से 20 रन बनाने की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने इस मौके पर अपने साथी तेज गेंदबाजों मेघना सिंह और पूजा वस्त्राकर की तारीफ की।
झूलन ने कहा, ‘‘ दुर्भाग्य से कोविड-19 के कारण, हमें बहुत ज्यादा श्रृंखलाओं में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिला, लेकिन हम नेट अभ्यास में बहुत समय बिता रहे हैं। मेघना ने तीनों मैचों में अच्छी गेंदबाजी की। हर किसी के पास प्रतिभा है और यह सब कुछ झोंकने से जुड़ा है। मैं पूजा के लिए भी बहुत खुश हूं क्योंकि वह इस टीम की बहुत महत्वपूर्ण सदस्य हैं।’’
भारतीय टीम को दूसरे एकदिवसीय में आखिरी गेंद पर झूलन गोस्वामी के नो-बॉल के कारण हार का सामना करना पड़ा था।
भारतीय कप्तान मिताली राज को श्रृंखला गंवाने का मलाल है लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लगातार 26 मैचों में जीत के सिलसिले को रोकने की खुशी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम बहुत खुश हैं। मैं लड़कियों से सिर्फ यही कह रही थी कि ऑस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला भारत के खिलाफ 2018 में शुरू हुआ था तो अब हमें ही उसे रोकना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ बल्लेबाजी क्रम में थोड़ी गहराई होना अच्छा है। दीप्ति (31) ने रन बनाए और निश्चित रूप से यस्तिका (64) की शेफाली (56) के साथ साझेदारी (101 रन) बहुत महत्वपूर्ण थी। वहीं स्नेह राणा (30) की संक्षिप्त पारी टीम के लिए काफी अहम साबित हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि पिछले मैच ने हमें आज के मुकाबले में अच्छा करने (बोर्ड पर बड़ा स्कोर खड़ा करने) की हिम्मत दी।’’
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग ने कहा कि उनकी टीम के पास मैच जीतने के मौके थे, लेकिन वे महत्वपूर्ण मौकों पर फायदा नहीं उठा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को श्रेय दिया जाना चाहिये। मुझे लगा कि उन्होंने गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने के बाद बल्ले से संघर्ष करना नहीं छोड़ा। वे जीत के हकदार थे।
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