टोक्यो ओलंपिक में भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने शानदार जीत दर्ज करते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया है। सिंधु ने कांस्य पदक के लिए खेले गए महिला एकल मुकाबले मे चीन की खिलाड़ी बिंगजियाओ को हरा दिया। सिंधु ने यह मुकाबला 21-13 और 21-15 से जीता। ओलंपिक में सिंधु का यह दूसरा मेडल है। इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था।
इस मुकाबले में सिंधु ने शुरू से ही दबदबा बनाए रखा। सिंधु ने पहले गेम में एक वक्त 4-2 की बढ़त बना ली थी। हालांकि इसके बाद चीन की खिलाड़ी ने शानदार खेल दिखाया और 6-6 से पहला गेम बराबरी पर ले आईं। हालांकि सिंधु ने एक बार फिर लय हासिल की और 21-13 से पहला गेम जीत लिया। यह गेम 23 मिनट तक चला।
दूसरी गेम में भी सिंधु ने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी और चीन की खिलाड़ी पर भारी पड़ीं। सिंधु ने दूसरे गेम में भी लगातार बढ़त बनाए रखी और चीन की खिलाड़ी को इस गेम में 21-15 से हरा दिया। यह मुकाबला 29 मिनट तक चला।
इस मुकाबले से पहले सिंधु और बिंगजियाओ के मध्य कुल 15 मुकाबले हुए थे। जिनमें से बिंगजियाओ ने 9 मुकाबले जीते और सिंधु ने 6 मुकाबलों में जीत दर्ज की थी। वहीं पिछले 5 मुकाबलों में से सिंधु सिर्फ एक मुकाबला ही जीत सकीं।
सेमीफाइनल में झेलनी पड़ी थी हार
इससे पहले, सिंधु सेमीफाइनल में हार गईं हैं। महिला एकल सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें ताइवान (चीनी ताइपे) की खिलाड़ी ताई जू यिंग ने सीधे मुकाबले में 21-18 और 21-12 से हराया था। इस मैच में पहले गेम में सिंधु ने बढ़त बना ली थी लेकिन ताइवान की खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और 21-18 से पहला गेम अपने नाम किया। वहीं दूसरे गेम में भी सिंधु को उन्होंने कोई मौका नहीं दिया। ताई जु ने सिंधु को गलतियां करने के लिए मजबूर किया। इस तरह से सिंध दूसरे गेम में पिछड़ती चली गईं और 21-12 से यह गेम गंवाकर मैच हार गईं।