Tokyo Olympics: भारतीय पहलवान रवि दहिया गुरुवार को यहां ऐतिहासिक स्वर्ण पदक से चूक गये और उन्हें तोक्यो ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रूसी ओलंपिक समिति के जावुर युवुगेव से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "रवि कुमार दहिया एक अद्भुत पहलवान हैं। उनकी लड़ाई की भावना और दृढ़ता उत्कृष्ट है। Tokyo2020 में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। भारत को उनकी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है।"
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, "भारत को रजत जीतने के लिए रवि दहिया पर गर्व है। आप बहुत कठिन परिस्थितियों से मुकाबलों में वापस आए और उन्हें जीता। एक सच्चे चैंपियन की तरह, आपने अपनी आंतरिक शक्ति का भी प्रदर्शन किया। अनुकरणीय जीत और भारत को गौरव दिलाने के लिए बधाई।"
युवुगेव ने अपने बेहतरीन रक्षण का नजारा पेश किया और अंकों के आधार पर यह मुकाबला 7-4 से जीता। युवुगेव ने शुरुआती अंक बनाया लेकिन रवि ने जल्द ही स्कोर 2-2 कर दिया। रूसी खिलाड़ी ने फिर से बढ़त हासिल कर दी। रवि पहले राउंड के बाद 2-4 से पीछे थे। दूसरे राउंड में भी युवुगेव ने एक अंक बनाकर अपनी बढ़त मजबूत की। रवि दूसरे राउंड में भी दो अंक ही जुटा सके।
निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भारत की तरफ से ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी थे। उन्होंने बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में सोने का तमगा हासिल किया था। कुश्ती में भारत का यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले सुशील कुमार लंदन ओलंपिक 2012 के फाइनल में पहुंचे थे लेकिन उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा था।
टोक्यो खेलों में भारत ने अपना दूसरा रजत पदक हासिल किया। इससे पहले भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किग्रा भार वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किया था। भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान खशाबा जाधव थे। उन्होंने हेलसिंकी ओलंपिक 1952 में कांस्य पदक जीता था।
उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया। सुशील ओलंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे और अब बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ने यहां कांस्य जीतकर इसकी बराबरी की। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक 2016 में कांसे का तमगा हासिल किया था।