नई दिल्ली: भारत ने निर्विरोध रूप से 2023 में मुंबई में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सत्र की मेजबानी करने की बोली शनिवार को जीत ली। चीन के बीजिंग में 139वें आईओसी सत्र में भारत को मेजबानी सौंपने का फैसला हुआ।
बीजिंग में जारी शीतकालीन सत्र के बीच भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल अभिनव बिंद्रा (भारत के पहले व्यक्तिगत इवेंट के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता, बीजिंग-2008, निशानेबाजी), आईओसी की सदस्य नीता अंबानी, भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से 139वें आईओली सेशन में मेजबानी के दावे के लिए प्रेजेंटेशन दी गई।
भारत 40 साल करेगा आईओसी सत्र की मेजबानी
भारत में यह दूसरी बार होगा जब आईओसी के सत्र का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले भारत ने 1983 में नई दिल्ली में आईओसी सत्र की मेजबानी की थी।
आईओसी सत्र दरअसल आईओसी के सदस्यों की आम बैठक है। यह IOC का सर्वोच्च अंग है और इसके निर्णय अंतिम होते हैं। एक आम सत्र वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है, जबकि विशेष सत्र अध्यक्ष द्वारा या कम से कम एक तिहाई सदस्यों के लिखित अनुरोध पर बुलाया जा सकता है।
IOC में मतदान के अधिकार वाले कुल 101 सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त 45 मानद सदस्य और एक मानद सदस्य (Honour member) हैं जिसे वोट देने का अधिकार नहीं होता है। इन सदस्यों के अलावा, 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों, (ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन खेल) के वरिष्ठ प्रतिनिधि (अध्यक्ष और महासचिव) भी आईओसी सत्र में भाग लेते हैं।