नयी दिल्ली, 31 मई भारत की सभी 10 महिला मुक्केबाजों ने एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीते लेकिन मुख्य कोच मोहम्मद अली कमर का मानना है कि यदि कोविड—19 के कारण उनके अभ्यास में व्यवधान नहीं पड़ता तो स्वर्ण पदकों की संख्या अधिक होती।
भारतीय महिला टीम ने 10 भार वर्गों में हिस्सा लिया था। उसने एक स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक जीते। इनमें से सात पदक तो ड्रा के दिन ही पक्के हो गये थे क्योंकि इनमें कम प्रतिस्पर्धियों ने हिस्सा लिया था।
अली कमर ने पीटीआई से कहा, ''मैं संपूर्ण प्रदर्शन से काफी संतुष्ट हूं। हां, हम अधिक स्वर्ण पदक जीत सकते थे लेकिन हमें चैंपियनशिप से पहले अभ्यास करने का खास मौका नहीं मिला, इसलिए मैं शिकायत नहीं कर सकता।''
उन्होंने कहा, ''सभी रजत पदक विजेता करीबी मुकाबलों में हारे और उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। एक कोच के रूप में मैं इससे अधिक उम्मीद नहीं कर सकता।''
अली कमर ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुकी एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), टूर्नामेंट में पदार्पण करने वाली लालबुतसाई (64 किग्रा) और अनुपमा (81 किग्रा से अधिक) की करीबी हार के संदर्भ में बात कर रहे थे।
ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुकी पूजा रानी (75 किग्रा) भारत की तरफ से स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज रही।
भारतीय टीम का राष्ट्रीय शिविर दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में चल रहा था लेकिन कोविड—19 के कई मामले पाये जाने के बाद इसे रोक दिया गया था।
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